मंडी मंडी जिला में बरसात कहर बनकर बरपी है। यह आपदा मंडी शहर के लोगों को कभी न भुलाई जाने वाली बुरी यादें दे गई है। इस आपदा में जहां लोगों की जान चली गई है हालांकि कई लोगों के साहस और स्थानीय लोगों की हिम्मत ने चार जानें बचाई हैं। तुंगल कॉलोनी में सुबह करीब चार बजे साथ बहते नाले का पानी और मलबा एक घर में भर गए। यहां किराए के कमरे में रह रही पूजा बताती हैं कि पहले तो पानी आया और फिर मलबा। इसके बाद अचानक पत्थर कमरे में भर गए। करीब 40 मिनट तक वह कमरे में बंद रही। उनके साथ वाले कमरों में भी तीन लोग फंस गए थे। पूजा उस घटना को याद करते हुए बताती हैं कि वो 40 मिनट….लगा मौत सामने खड़ी है।
एक मिनट में पानी से पूरा कमरा भर गया। इस घटना के बाद जिंदा रहना सच में मेरे लिए दूसरे जन्म के बराबर है। पूजा बताती हैं कि बाहर निकलने का रास्ता बंद हो गया था। पूजा ने फोन को हाथ में सुरक्षित रखा और आसपास के लोगों को फोन किया। जब फोन नहीं लगे, तो मदद के लिए पुकारा। आवाज सुनकर साथ वाले घर में रहने वाला संजू मदद के लिए दौड़ा। उसने अन्य लोगों की मदद से खिडक़ी तोडक़र सभी लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला। कोटली की रहने वाली पूजा ने बताया कि वह मंडी में शिक्षा ग्रहण करती हैं और कई सालों से मंडी में ही किराए का कमरा लेकर रह रही हैं। इस घटना के तुरंत बाद पूजा अपने घर कोटली लौट गईं। (एचडीएम)
तीन और लोग भी बाहर निकाले
पूजा ने बताया कि उनके साथ वाले कमरे में एक व्यक्ति, उनकी बहू और पोता था। यह लोग भी मलबा और पानी आने के कारण कमरे में फस गए थे। स्थानीय लोगों और कुछ किराए दारों द्वारा इन लोगों को भी सुरक्षित बाहर निकाला गया। मलबे में फसे लोगों का कहना था कि यदि स्थानीय उनकी मदद के लिए नहीं आते तो शायद वह आज जिंदा भी नहीं बच पाते।