सिरसा।(सतीश बंसल) शहीद ऊधम सिंह एक महान भारतीय स्वतंत्रता सेनानी थेए शिरोमणि उधम सिंह जैसे महापुरुषों का जीवन केवल इतिहास ही नहीं, अपितु युगों-युगों तक भारत राष्ट्र के हृदय में धडक़नें वाली चेतना है। उनके बलिदान, साहस और अडिग संकल्प ने न केवल भारत माता की आजादी का मार्ग प्रशस्त किया, बल्कि पूरे समाज की उस वीर योद्धा वाली परंपरा के लिए गौरवशाली इतिहास को भी अमर कर दिया। शिरोमणि शहीद उधम सिंह का जीवन न केवल उनके बलिदान की गाथा है, बल्कि नई पीढ़ी के मन में राष्ट्र प्रेम, संकल्प शक्ति, कर्तव्य और आत्मसम्मान का भी भाव जगाने वाली एक ज्वलंत मशाल है और हंसते-हंसते फांसी का फंदा चूमते हुए हर भारतवासी के मन में धर्म निरपेक्षता की आवाज बुलंद करके अपना नाम राम मोहम्मद सिंह आजाद बताकर पूरे भारतवर्ष को एकता के सूत्र में बांधने का काम किया। उक्त विचार मुख्य डेरा बाबा भूमणशाह, ग्राम बाबा भूमणशाह (संघर सरिस्ता), सिरसा के गद्दीनशीन संत बाबा ब्रह्मदास महाराज ने सोमवार को डेरे में पत्रकारों से बातचीत करते हुए व्यक्त किए। इस दौरान बाबा ब्रह्मदास महाराज ने शहीदी महासम्मेलन के पोस्टर का विमोचन भी किया। उन्होंने बताया कि शिरोमणि शहीद उधम सिंह के 85वें शहीदी महासम्मेलन पर 31 जुलाइ 2025 को डेरे में अनेक धार्मिक कार्यक्रमों का आयोजन सुबह 11 बजे से दोपहर 2 बजे तक किया जाएगा। जिसमें देश-विदेश के साधु संतों के अलावा हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी भी बतौर मुख्यातिथि शिरकत करेंगे। इसके अलावा जर्मनी के सांसद राहुल कंबोज अति विशेष अतिथि और विशेष आमंत्रित अतिथि के रूप में महंत महेश मुनि (उदासीन बड़ा अखाड़ा, कुरुक्षेत्र, हरियाणा) भी अपनी उपस्थिति दर्ज करवाएंगे। उन्होंने कहा कि शहीद उधम सिंह बाल्यवस्था से ही देश सेवा में समर्पित रहे। विदेशों में फ्रेंक ब्राजील और बावा सिंह के नाम से प्रसिद्ध रहे, लेकिन उनकी डायरी में वह अपना नाम केवल राम मोहम्मद सिंह आजाद (एमएस आजाद) लिखते थे। खुद को राम मोहम्मद सिंह आजाद के नाम से स्थापित करने के पीछे उधम सिंह का मकसद केवल भारतीयों के मन में धर्मनिरपेक्षता की आवाज बुलंद करना था। बाबा ब्रह्मदास महाराज ने कहा कि हमें शहीदों के दिखाए गए मार्ग पर चलकर देश सेवा में हमेशा तल्लीन रहना चाहिए। मुख्य डेरा बाबा भूमणशाह भी लगातार मानवता की सेवा में तत्पर है, फिर चाहे बात रक्तदान की हो, सफाई की होए पर्यावरण की हो या गौमाता की सेवा की हो। इसके अलावा कन्या भू्रण हत्या और युवा वर्ग को नशे से दूर रहकर राष्ट्र सेवा में अपना जीवन व्यतीत करने का संदेश दे रहा है। आप सब के सहयोग से शिरोमणि शहीद उधम सिंह जैसे अपने राष्ट्र के प्रति समर्पण व बलिदान लाखों देश भक्तों के लिए प्रभावशाली व प्रेरणादायक साबित हो, यही इस महासम्मेलन का मुख्य डेरा बाबा भूमणशाह में मनाने का उद्देश्य है। डेरे के सेवक सचिव विनोद एडवोकेट ने प्रेस वार्ता में आए हुए सभी मीडिया कर्मियों के कार्यों की सराहना करते हुए उनका आभार जताया।