संसद में मंगलवार को दी गई जानकारी के अनुसार, उत्पादन-लिंक्ड प्रोत्साहन (पीएलआई) योजनाओं के तहत मार्च 2025 तक 14 सेक्टर में 1.76 लाख करोड़ रुपए का वास्तविक निवेश प्राप्त हुआ है, जिसके परिणामस्वरूप 16.5 लाख करोड़ रुपए से अधिक का उत्पादन/बिक्री में वृद्धि हुई है और 12 लाख से अधिक (प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष) रोजगार के अवसर पैदा हुए।
14 सेक्टर में पीएलआई योजनाओं के तहत अब तक 806 आवेदनों को मंजूरी दी गई है
केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग राज्य मंत्री जितिन प्रसाद ने लोकसभा में एक लिखित जवाब में कहा कि 14 सेक्टर में पीएलआई योजनाओं के तहत अब तक 806 आवेदनों को मंजूरी दी गई है। इन योजनाओं ने घरेलू विनिर्माण को प्रोत्साहित किया है, जिससे उत्पादन में वृद्धि, रोजगार सृजन और निर्यात को बढ़ावा मिला है।
घरेलू विनिर्माण क्षमता और महत्वपूर्ण दवाओं की मांग के बीच के अंतर में भी जबरदस्त कमी आई है
फार्मास्यूटिकल्स सेक्टर ने स्कीम के पहले तीन वर्षों में 2.66 लाख करोड़ रुपए की संचयी बिक्री हासिल किया है, जिसमें 1.70 लाख करोड़ रुपए का निर्यात शामिल है। इस योजना ने भारत को थोक दवाओं का शुद्ध आयातक (-1,930 करोड़ रुपए) से शुद्ध निर्यातक (2,280 करोड़ रुपए) बनने में योगदान दिया है। इसके परिणामस्वरूप घरेलू विनिर्माण क्षमता और महत्वपूर्ण दवाओं की मांग के बीच के अंतर में भी जबरदस्त कमी आई है।
मेडिकल डिवाइस के लिए पीएलआई योजना के तहत, 21 प्रोजेक्ट्स ने 54 यूनिक मेडिकल डिवाइस का निर्माण शुरू कर दिया है
राज्य मंत्री जितिन प्रसाद ने कहा, “मेडिकल डिवाइस के लिए पीएलआई योजना के तहत, 21 प्रोजेक्ट्स ने 54 यूनिक मेडिकल डिवाइस का निर्माण शुरू कर दिया है, जिनमें लीनियर एक्सेलरेटर, एमआरआई, सीटी-स्कैन, स्टेंट, डायलाइजर मशीन, सी-आर्म, कैथ लैब, मैमोग्राफ, एमआरआई कॉइल आदि जैसे हाई-एंड डिवाइस शामिल हैं।”
उद्योग संघ व DGCI&S के अनुसार, मोबाइल उत्पादन मूल्य 2020-21 के ₹2.14 लाख करोड़ से बढ़कर 2024-25 में ₹5.25 लाख करोड़ हुआ, 146% की वृद्धि
उद्योग संघ और डीजीसीआईएस के अनुसार, मूल्य के संदर्भ में मोबाइल का उत्पादन 2020-21 में 2,13,773 करोड़ रुपए से लगभग 146 प्रतिशत बढ़कर 2024-25 में 5,25,000 करोड़ रुपए हो गया है। उन्होंने आगे कहा कि इसी अवधि के दौरान, मूल्य के संदर्भ में मोबाइल फोन का निर्यात 2020-21 में 22,870 करोड़ रुपए से लगभग 775 प्रतिशत बढ़कर 2024-25 में 2,00,000 करोड़ रुपए हो गया है।
PLI योजना के तहत 12 सेक्टर्स को अब तक ₹21,534 करोड़ की प्रोत्साहन राशि वितरित की गई है
राज्य मंत्री जितिन प्रसाद ने बताया कि पीएलआई योजना के तहत 24 जून 2025 तक 12 सेक्टर के लिए 21,534 करोड़ रुपए की संचयी प्रोत्साहन राशि वितरित की गई है। इन सेक्टर में लार्ज स्केल इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग (एलएसईएम), आईटी हार्डवेयर, थोक दवाएं, मेडिकल डिवाइस, फार्मास्यूटिकल्स, टेलीकॉम और नेटवर्किंग प्रोडक्ट, खाद्य प्रसंस्करण, व्हाइट गुड्,, ड्रोन और ड्रोन कंपोनेंट्स, स्पेशियलिटी स्टील, कपड़ा उत्पाद और ऑटोमोबाइल एंड ऑटो कंपोनेंट्स शामिल हैं