झीलें प्रकृति का शृंगार करती है। इनका चांदी सा चमकता पानी हर किसी को अपनी ओर आकर्षित करता है। लेकिन क्या अपने कभी सोचा है कि दिल को सकून देने वाली झीलें डरावनी और जानलेवा भी हो सकती हैं। वैसे तो दुनिया में ऐसी कई झीलें है जिनको खतरनाक माना जाता है, लेकिन एक झील ऐसे भी है जिसके बारे में जानकर आप यकीन ही नहीं कर पाएंगे कि ऐसा भी हो सकता है। जरा सोचिए कि किसी झील के पानी को छूते ही कोई जीव पत्थर बन जाए। सुनने में यह कोई फ़िल्मी कहानी लगती है, लेकिन यह सच है। दुनिया में एक ऐसी झील है जिसके पानी को छूते ही कोई भी इंसान या पशु पक्षी पत्थर या यूं कहे की ममी बन जाते है।
अकसर झीलों को उनकी खूबसूरती के लिए जाना है लेकिन पूर्वी अफ्रीका के तंजानिया में एक ऐसी झील है जिसको उसके जानलेवा पानी के लिए जाना जाता है। इस झील का नाम है नैट्रॉन झील। इसे डरावनी झील या तंजानिया की जानलेवा लाल झील के नाम से भी जाना जाता है। इस झील का पानी गहरे लाल रंग का है जो देखने में ही डरावना लगता है। लाल रंग के कारण इसे ‘डेडली रेड लेक’ का नाम भी दिया गया है। यह झील ओल दोइन्यो लेंगाई ज्वालामुखी के पास है।
स्थानीय मासाई लोग इस ज्वालामुखी को भगवान का पर्वत मानते हैं। यह नैट्रोकार्बोनेटाइट उत्सर्जित करने वाला एकमात्र सक्रिय ज्वालामुखी है। सोडियम कार्बोनेट, अन्य खनिजों के साथ, इस क्षेत्र की पहाड़ियों से होते हुए नैट्रॉन झील में आता है जिससे झील का पानी क्षारीय (Alkaline) है। झील का पानी इतना ज्यादा क्षारीय है कि इसका PH लेवल 10.5 से भी ज्यादा है। झील के पानी में सोडियम कार्बोनेट की मात्रा ज्यादा होने के कारण जैसे ही इस पानी को छूते है तो शरीर पर पपड़ी बन जाती है और शरीर जम जाता है। बताया जाता है कि मिस्र में भी यही केमिकल रिएक्शन ममी बनाने के लिए यूज किया जाता था।
इस झील के आसपास आपको कई पक्षी-पशुओं की मूर्ति नजर आ जाएंगी। दरअसल, ये कोई मूर्ति नहीं है। जब पानी पीने या नहाने के लिए ये जीव पानी के संपर्क में आए होंगे तो पानी के रिएक्शन से ये कवच बन गया होगा जिसके बाद ये मूर्ति बन गई होंगी। अपनी इस खासियत की वजह से ही ये झील बदनाम है। झील से काफी दूर-दूर तक कोई इंसान नहीं रहता है। लोगों की कोशिश होती है कि वो इस झील के पानी के संपर्क में ना ही आएं।