नई दिल्ली: थाईलैंड और कंबोडिया के बीच पिछले कुछ दिनों से सीमा विवाद को लेकर झड़प जारी है। अब इस विवाद पर भारत की प्रतिक्रिया आई है। भारत ने कहा है कि वह कंबोडिया और थाईलैंड के बीच सीमा पर उत्पन्न स्थिति पर कड़ी नजर रखे हुए है और उम्मीद है कि दोनों देश तनाव कम करने के लिए जरूरी कदम उठाएंगे। विदेश मंत्रालय के आधिकारिक प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने थाईलैंड और कंबोडिया के बीच घटनाक्रम पर मीडिया के सवालों के जवाब में शनिवार को कहा कि भारत के दोनों देशों के साथ घनिष्ठ संबंध हैं और दोनों देशों में भारतीय नागरिक किसी भी सहायता के लिए वहां स्थित संबंधित दूतावासों से संपर्क कर सकते हैं। प्रवक्ता ने कहा कि हम कंबोडिया और थाईलैंड के बीच सीमा पर स्थिति पर कड़ी नजर रख रहे हैं। भारत के दोनों देशों के साथ घनिष्ठ और मैत्रीपूर्ण संबंध हैं और हमें उम्मीद है कि दोनों पक्ष शत्रुता समाप्त करने और आगे तनाव बढऩे से रोकने के लिए कदम उठाएंगे। बता दें थाईलैंड और कंबोडिया के बीच सीमा पर जारी तनावपूर्ण हालात अब खतरनाक मोड़ पर पहुंच गए हैं। कंबोडिया के अधिकारियों ने शनिवार को जानकारी दी कि सीमा पर संघर्ष के चलते 13 नई मौतें हुई हैं। इस तरह अब तक दोनों देशों में कुल 33 लोगों की मौत हो चुकी है। मृतकों में सैनिकों के साथ-साथ आम नागरिक भी शामिल हैं। संघर्ष के चलते दोनों देशों के सीमावर्ती क्षेत्रों से हजारों लोगों को सुरक्षित स्थानों पर शरण लेनी पड़ी है। थाईलैंड के स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक 58,000 से ज्यादा लोग प्रभावित जिलों से निकाले गए हैं। वहीं, कंबोडिया के अधिकारियों का कहना है कि करीब 23,000 लोग अपने घर छोडऩे को मजबूर हुए।
मदद के लिए यहां संपर्क करें भारतीय
विदेश मंत्रालय के आधिकारिक प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि दोनों देशों में भारतीय यात्री किसी भी सहायता के लिए दोनों देशों में स्थित हमारे संबंधित दूतावासों से संपर्क कर सकते हैं। भारतीय नागरिक बैंकॉक, थाईलैंड में हेल्पलाइन नंबर 66 61 881 9218 (व्हाट्सएप कॉल के लिए भी) पर और नोम पेन्ह, कंबोडिया में भारतीय दूतावास के हेल्पलाइन नंबर 855 92 881 676 (व्हाट्सएप कॉल के लिए भी) पर संपर्क कर सकते हैं।
सीमा संघर्ष पर यूएनएससी की बंद कमरे में बैठक
बैंकॉक। थाईलैंड और कंबोडिया के बीच हाल ही में भडक़े सीमा संघर्ष ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चिंता बढ़ा दी है। इस बीच संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) ने शनिवार को बंद कमरे में एक आपात बैठक बुलाई। कंबोडिया ने इस बैठक की मांग की थी, जिसके बाद यूएनएससी के सभी 15 सदस्य देशों ने मामले को गंभीरता से लिया। कंबोडिया का कहना है कि थाई सेना ने जानबूझकर पहले गोलीबारी की और पहले से तय सीमा समझौतों का उल्लंघन किया। दूसरी ओर, थाईलैंड ने भी यूएनएससी को पत्र भेजकर स्पष्ट किया है कि संघर्ष की शुरुआत कंबोडिया ने की थी और उसके सैनिकों ने थाई क्षेत्र में गोलीबारी की।