उत्तराखंड के चमोली जिले में आज मंगलवार की सुबह नंदप्रयाग घाट मुख गांव के पास बादल फटने की घटना सामने आई है। राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (SDRF) के मुताबिक इस घटना में अभी तक किसी भी जान-माल की नुकसान की खबर नहीं है। स्थिति का आकलन करने के लिए SDRF की एक टीम मौके पर भेज दी गई है।
इससे पहले, भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने राज्य में 6 जुलाई को भारी बारिश के लिए चार दिनों का अलर्ट जारी किया था। इसके मुताबिक उत्तरकाशी, टिहरी, बागेश्वर, देहरादून और रुद्रप्रयाग जिलों में भारी बारिश की संभावना जताई गई थी। राज्य आपातकालीन संचालन केंद्र (SEOC) ने टिहरी, उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग और चमोली जिलों के लिए भूस्खलन की चेतावनी भी जारी की थी। छ: जुलाई को जारी इस चेतावनी में कहा गया था कि 7 और 8 जुलाई को चमोली, रुद्रप्रयाग, उखीमठ, घनसाली, नरेंद्र नगर, धनोल्टी, डुंडा और चिन्यालीसौड़ क्षेत्रों में भूस्खलन की संभावना है।
वहीं बीते सोमवार को उत्तरकाशी जिले में यमुनोत्री जाने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग पर ओजरी के पास एक पुल भारी बारिश के कारण बह गया। अधिकारियों के अनुसार, क्षेत्र में लगातार तेज बारिश हो रही है जिससे आम जनजीवन प्रभावित है। रुद्रप्रयाग और आसपास के क्षेत्रों में भी भारी बारिश से अलकनंदा नदी में पानी का बहाव बढ़ गया है, लेकिन राहत की बात यह है कि फिलहाल नदी खतरे के निशान से नीचे बह रही है।
राज्य के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रविवार को उत्तरकाशी जिले में यमुनोत्री मार्ग के सिलाई बैंड और ओजरी बैंड जैसे आपदा प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण किया था। भारी बारिश के चलते इस क्षेत्र में कई स्थानों पर राष्ट्रीय राजमार्ग बह गया है जिससे तीर्थस्थल की ओर जाने वाली सड़क संपर्क पूरी तरह बाधित हो गया है। प्रशासन ने लोगों से सतर्क रहने और मौसम विभाग के दिशा-निर्देशों का पालन करने की अपील की है। स्थिति पर लगातार नजर रखी जा रही है और आपदा से निपटने के लिए सभी संबंधित एजेंसियां अलर्ट मोड पर हैं।