नई दिल्ली। 37 वर्षीय अजिंक्य रहाणे ने पिछले दो वर्षों से कोई टेस्ट मैच नहीं खेला है, लेकिन उनके अंदर टेस्ट क्रिकेट खेलने की भूख और जुनून अभी बाकी है। उन्होंने इस संबंध में चयनकर्ताओं से संपर्क करने की कोशिश भी की थी, लेकिन उन्हें चयनकर्ताओं की ओर से कोई जवाब नहीं मिला। रहाणे इस समय लंदन में हैं और उन्हें स्काई स्पोर्ट्स में नासिर हुसैन और माइकल आथर्टन से बात करते हुए कहा, “मैं अभी भी टेस्ट क्रिकेट खेलना चाहता हूं। मेरे अंदर टेस्ट क्रिकेट खेलने का जुनून बाकी है और इस समय मैं अपनी क्रिकेट का लुत्फ उठा रहा हूं। मैं यहां सिर्फ कुछ दिनों के लिए आया हूं और अपने ट्रेनिंग के कपड़े भी साथ लाया हूं ताकि मैं खुद को फिट रख सकूं। हमारा घरेलू सीजन शुरू होने वाला है इसलिए तैयारी अभी शुरू ही हुई है।”
जब रहाणे से पूछा गया कि विरोट कोहली और रोहित शर्मा सरीखे सीनियर खिलाड़ियों के संन्यास के बाद भारतीय टीम युवा खिलाड़ियों पर ध्यान केंद्रित कर रही है ऐसे में उनके सामने टेस्ट में वापसी करने के लिए कैसी चुनौतियां हैं तो उन्होंने कहा कि उनका ध्यान सिर्फ उन चीजों पर है जिन पर उनका नियंत्रण है। नए कप्तान शुभमन गिल ने कोहली की जगह चौथे नंबर पर ले ली है, जबकि उप-कप्तान ऋषभ पंत पांचवें नंबर पर आ गए हैं। पुराने खिलाड़ियों में से, के एल राहुल ही एकमात्र ऐसे खिलाड़ी हैं जो अभी भी चयनकर्ताओं की योजनाओं में मजबूती से शामिल हैं। कड़ी प्रतिस्पर्धा के बावजूद, रहाणे बेफिक्र हैं और घरेलू क्रिकेट के प्रति अपने समर्पण के जरिए वापसी की कोशिश कर रहे हैं।
टेस्ट टीम से बाहर होने के बाद से, रहाणे ने लगातार दो रणजी ट्रॉफ़ी सीजन में मुंबई का नेतृत्व किया है, जिसमें टीम ने 2023-24 में अपना 42वां खिताब जीता, जबकि 2024-25 में उपविजेता रही। वह सैयद मुश्ताक अली (टी20) खिताब जीतने वाली मुंबई टीम का भी हिस्सा थे। रहाणे ने 2024-25 के रणजी सीज़न में 14 पारियों में 35.92 की औसत से एक अर्धशतक और एक शतक सहित 467 रन बनाए। वह निराशाजनक आईपीएल 2025 के दौरान कोलकाता नाइट राइडर्स (केकेआर) के लिए सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी थे, जहां उनकी टीम 10 टीमों में से आठवें स्थान पर रही। रहाणे ने 14 पारियों में 147.27 के स्ट्राइक रेट से 390 रन बनाए।
रहाणे ने कहा, “मैं सिर्फ उन्हीं चीजों पर ध्यान केंद्रित करना चाहता हूं जो मेरे नियंत्रण में हैं। सच कहूं तो मैंने इस संबंध में चयनकर्ताओं से बात करने की कोशिश भी की लेकिन बतौर खिलाड़ी ऐसी चीज़ें मेरे नियंत्रण में नहीं होती। मुझे कोई जवाब नहीं मिला। एक क्रिकेटर के तौर पर मैं बस इतना ही कर सकता हूं कि मैं क्रिकेट खेलूं, खेल का आनंद लूं और हर मौके पर अपना सर्वश्रेष्ठ देने की कोशिश करूं। मुझे टेस्ट क्रिकेट खेलना बहुत पंसद है। खेल के प्रति मेरा प्रेम ही मुझे लगातार अच्छा करने के लिए प्रेरित करता है।”