प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी मंगलवार को “शहरी विकास वर्ष 2005” के 20 वर्ष पूरे होने के अवसर पर गांधीनगर स्थित महात्मा मंदिर में आयोजित एक समारोह में शामिल हुए। प्रधानमंत्री मोदी ने शहरी विकास, स्वास्थ्य और जल आपूर्ति से संबंधित कई परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया।
पीएम मोदी ने इन विकास कार्यों का किया शिलान्यास और लोकार्पण
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शहरी विकास विभाग, सड़क एवं भवन विभाग, जल संसाधन विभाग, स्वास्थ्य विभाग तथा राजस्व विभाग के लिए 5,536 करोड़ रुपये के प्रोजेक्ट्स का लोकार्पण तथा शिलान्यास किया। इनमें शहरी विकास विभाग अंतर्गत 1447 करोड़ रुपये के जामनगर, सूरत, अहमदाबाद, गांधीनगर तथा जूनागढ शहर के विभिन्न प्रोजेक्ट्स का लोकार्पण किया।
अहमदाबाद में साबरमती रिवरफ्रंट फेज-3 का शिलान्यास
प्रधानमंत्री ने 1347 करोड़ रुपये के शहरी विकास कार्य और अहमदाबाद में 1000 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले साबरमती रिवरफ्रंट फेज-3 का शिलान्यास किया। प्रधानमंत्री मोदी ने प्रधानमंत्री आवास योजना अंतर्गत 1006 करोड़ रुपये की लागत से तैयार 22 हजार से अधिक आवासीय इकाइयों का लोकार्पण भी किया।
शहरी स्थानीय निकायों को 3,300 करोड़ रुपये की धनराशि की जारी
साथ ही प्रधानमंत्री ने स्वर्णिम जयंती मुख्यमंत्री शहरी विकास योजना के तहत गुजरात में शहरी स्थानीय निकायों को 3,300 करोड़ रुपये की धनराशि भी जारी किया।
अहमदाबाद में ओपीडी के साथ 1800 बेड वाले आईपीडी का किया शिलान्यास
इसके अलावा सड़क एवं भवन विभाग के 170 करोड़ रुपये, जल संसाधन विभाग के 1860 करोड़ रुपये के प्रोजेक्ट्स का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया।
गांधीनगर में यूएन मेहता इंस्टीट्यूट ऑफ कार्डियोलॉजी एंड रिसर्च सेंटर का लोकार्पण
गांधीनगर में यूएन मेहता इंस्टीट्यूट ऑफ कार्डियोलॉजी एंड रिसर्च सेंटर का लोकार्पण किया गया। अहमदाबाद में 588 करोड़ रुपये की लागत से ओपीडी के साथ 1800 बेड वाले आईपीडी का शिलान्यास किया गया।
अहमदाबाद में ओपीडी के साथ 1800 बेड वाले आईपीडी का शिलान्यास
इस अस्पताल में संक्रामक रोग के लिए 500 बेड की सुविधा होगी। प्रधानमंत्री ने स्वर्णिम जयंती मुख्यमंत्री शहरी विकास योजना अंतर्गत 17 महानगर पालिकाओं को 2731 करोड़ रुपये तथा 149 नगर पालिकाओं को 569 करोड़ रुपये के चेक वितरण भी किया गया।
बायोडाइवर्सिटी पार्क, स्कूल, ड्रेनेज लाइन और अस्पताल प्रबंधन प्रणाली का उद्घाटन
इस मौके पर प्रधानमंत्री ने सूरत महानगर पालिका के 232 करोड़ रुपये की लागत से तैयार चार जनकल्याणकारी परियोजनाओं – बायोडाइवर्सिटी पार्क, स्कूल, ड्रेनेज लाइन और अस्पताल प्रबंधन प्रणाली का उद्घाटन कार्यक्रम स्थल से ही वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से किया। सूरत की कांकरा खाड़ी के पास विकसित 145 करोड़ रुपये के ‘वाइल्ड वैली बायोडाइवर्सिटी पार्क’ सूरत को उसके पर्यावरण-प्रेमी स्वरूप में एक विशिष्ट पहचान देगा। सूरत अब केवल उद्योग शहर नहीं बल्कि एक ईको-फ्रेंडली शहर के रूप में भी उभर रहा है।
इस कार्यक्रम में राज्यपाल आचार्य देवव्रत, केन्द्रीय शहरी आवास और शहरी विकास मंत्री मनोहर लाल, मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल समेत अन्य गणमान्य लोग भी शामिल हुए। इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने गांधीनगर से शहरी विकास वर्ष 2025, गुजरात की शहरी विकास योजना और राज्य स्वच्छ वायु कार्यक्रम का शुभारंभ किया। दरअसल, नरेन्द्र मोदी ने अपने मुख्यमंत्रित्व काल में गुजरात में “शहरी विकास वर्ष 2005” की शुरुआत की थी। इसका उद्देश्य योजनाबद्ध बुनियादी ढांचे, बेहतर शासन और शहरी निवासियों के लिए बेहतर जीवन स्तर के माध्यम से गुजरात के शहरी परिदृश्य का कायाकल्प करना था। आज इस पहल के 20 वर्ष पूरे होने पर एक समारोह आयोजित किया गया था।