चंडीगढ़: पंजाब के शिक्षा मंत्री हरजोत सिंह बैंस ने आज आम आदमी पार्टी के चंडीगढ़ स्थित कार्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए कहा कि पिछले तीन सालों में सरकारी स्कूलों में जो बेहतर और बुनियादी स्तर का कार्य हुआ है, उसका पूरा श्रेय पंजाब के शिक्षकों को जाता है। उन्होंने कहा कि हमारे सरकारी स्कूल प्राइवेट और केंद्रीय स्कूलों को पीछे छोड़ते हुए अग्रणी स्थान पर पहुंचे हैं।
कक्षा 3, 6 और 9 के छात्रों ने हासिल किए सर्वाधिक अंक
शिक्षा मंत्री ने बताया कि हाल ही में भारत सरकार द्वारा कराए गए सर्वे में कक्षा 3, 6 और 9 के छात्रों के प्रदर्शन को आंका गया, जिसमें पंजाब के सरकारी स्कूलों के विद्यार्थियों ने सबसे अधिक प्रतिशत अंक हासिल कर देश में पहला स्थान प्राप्त किया है।
"हर शिक्षक और स्टाफ सदस्य है इस उपलब्धि का हकदार"
हरजोत सिंह बैंस ने कहा, “हमारे हज़ारों शिक्षक और स्कूलों से जुड़े कर्मचारी इस बधाई के पूरी तरह से हकदार हैं। यह उनकी कड़ी मेहनत और समर्पण का परिणाम है कि आज पंजाब का नाम शिक्षा के क्षेत्र में चमक रहा है।”
बॉर्डर एरिया में भी चमके सरकारी स्कूल
शिक्षा मंत्री ने इस दौरान यह भी बताया कि सीमा क्षेत्र (बॉर्डर एरिया) के स्कूलों में, जहां निजी स्कूल बेहद कम हैं, वहां पंजाब सरकार ने हर जरूरी प्रबंध सुनिश्चित किए। उन्होंने कहा कि बच्चों की ज़रूरतों को समझते हुए स्कूलों में समुचित ढांचे और संसाधनों की व्यवस्था की गई है।
"मातृभाषा पंजाबी पर विशेष ध्यान, नहीं डाला मानसिक बोझ"
उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार ने स्कूलों में मातृभाषा पंजाबी को प्राथमिकता दी है ताकि विद्यार्थियों पर किसी प्रकार का मानसिक दबाव न पड़े और वे सहज होकर शिक्षा प्राप्त कर सकें। यही कारण है कि इस बार पंजाब के सरकारी स्कूलों ने शानदार प्रदर्शन किया है।