हाल ही में डोनाल्ड ट्रंप ने ब्रिक्स समूह को लेकर 10 प्रतिशत एक्स्ट्रा टैरिफ की धमकी दी थी। उन्होंने आरोप लगाया था कि ब्रिक्स समूह की नीति डॉलर को कमजोर करना है। इतना ही नहीं, ट्रंप के टैरिफ की तीखी आलोचना के बाद अमरीकी सरकार ने ब्राजील पर 50 प्रतिशत टैरिफ लगा दिया। ट्रंप की धमकियों और लगातार ऐक्शन ने रूस को भडक़ा दिया है। रूस के उप विदेश मंत्री सर्गेई रयाबकोव ने गुरुवार को अमरीका को कड़ा संदेश देते हुए कहा कि धमकी और दबाव की भाषा ब्रिक्स जैसे सहयोगी मंचों के साथ नहीं चल सकती। उन्होंने कहा कि रूस ब्रिक्स देशों की स्वतंत्रता और सम्मान के साथ खड़ा रहेगा। रूस के उप विदेश मंत्री सर्देई रयाबकोब ने कहा कि धमकी और हेरफेर की भाषा, ब्रिक्स सदस्यों के साथ इस्तेमाल करने की भाषा नहीं है। यह बयान ऐसे समय आया है जब अमरीका ने ब्रिक्स की हालिया नीतियों और सदस्य देशों, विशेष रूप से भारत और चीन के आर्थिक रुख को लेकर सख्त प्रतिक्रिया दी है। ट्रंप ने यहां तक कहा कि ब्रिक्स में शामिल देशों को अमरीका से व्यापार करने पर अतिरिक्त टैरिफ झेलना पड़ सकता है।
रयाबकोव ने कहा कि ट्रंप प्रशासन के बयानों और नीतियों में विरोधाभास है, जिससे रूस-अमरीका संबंधों को सामान्य करने की कोशिशें जटिल हो रही हैं। ट्रंप प्रशासन अपने बयानों और कार्रवाइयों में काफी विरोधाभासी है। इससे काम आसान नहीं होता। उन्होंने कहा कि हम लगातार और दृढ़ता से अमरीका के साथ संबंधों के सामान्यीकरण के रास्ते पर आगे बढ़ रहे हैं। रूस को प्रतिबंधों से निपटना आता है। रयाबकोव ने इंटरफैक्स एजेंसी को दिए बयान में कहा कि रूस संभावित अमरीकी प्रतिबंधों से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है। उन्होंने कहा कि हम जानते हैं कि प्रतिबंधों का कैसे मुकाबला करना है।