यरुशलम, सना। लाल सागर में यमन के हूती विद्रोहियों द्वारा लाइबेरियाई ध्वज वाले एक मालवाहक जहाज किए गए हमले के बाद चालक दल के छह सदस्यों को बचा लिया गया। यह जानकारी अल जजीरा ने गुरुवार को यूरोपीय संघ के नौसैनिक बल के हवाले से दी। उल्लेखनीय है कि बुधवार को हुए इस हमले में यूनानी स्वामित्व वाला जहाज डूब गया तथा कम से कम चार नाविकों की मौत हो गई तथा 15 अन्य लापता हो गए।
हूती ने एक बयान में कहा कि इटरनिटी सी पर हमला सोमवार को एक मानवरहित नाव और मिसाइलों का उपयोग कर किया गया था और इसका उद्देश्य गाजा में फिलिस्तीनियों के साथ एकजुटता दिखाना था, जिससे इजरायली सेना पर गाजा पर हमले को रोकने के लिए दबाव डाला जा सके। समूह के सैन्य हूती के प्रवक्ता याह्या सारी ने कहा कि इटरनिटी सी पर हमला तब किया गया जब यह इजरायल की ओर बढ़ रहा था। प्रवक्ता ने कहा हूतियों ने भी जहाज के चालक दल के कई सदस्यों को बचाने, उन्हें चिकित्सा देखभाल प्रदान करने और उन्हें सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने की कोशिश की थी। विद्रोहियों ने एक वीडियो जारी कर कहा कि इसमें टरनिटी सी पर उनके हमले को और जहाज के डूबने से पहले उसमें हुए विस्फोटों को दर्शाया गया है और इसमें चालक दल को जहाज खाली करने का आह्वान किया गया है।
यमन में अमेरिकी मिशन ने हूतियों पर इटरनिटी सी के कई जीवित चालक दल के सदस्यों का अपहरण करने का आरोप लगाया तथा उनकी तत्काल और बिना शर्त सुरक्षित रिहाई की मांग की। ब्रिटिश सेना द्वारा संचालित यूनाइटेड किंगडम मैरीटाइम ट्रेड ऑपरेशंस सेंटर (यूकेएमटीओ) ने मंगलवार को कहा था कि जहाज को बहुत नुकसान पहुंचा है और उसका सारा प्रणोदन तंत्र नष्ट हो गया है। ब्रिटेन स्थित सुरक्षा फर्म एम्ब्रे ने एएफपी समाचार एजेंसी को बताया कि बुरी तरह क्षतिग्रस्त जहाज यमन के बंदरगाह शहर होदेइदाह के पास डूब गया जो हूतियों के नियंत्रण में है।