केंद्रीय वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने कहा है कि भारत के कृषि क्षेत्र में उल्लेखनीय प्रगति हुई है, जिसका श्रेय फ्री ट्रेड एग्रीमेंट्स (FTAs), सरकारी नीतियों, वित्तीय प्रोत्साहनों और किसानों को दिए जा रहे व्यापक समर्थन को जाता है। नई दिल्ली में बुधवार को आयोजित 16वें एग्रीकल्चर लीडरशिप कॉन्क्लेव को संबोधित करते हुए उन्होंने बताया कि ऑस्ट्रेलिया, यूएई, यूरोपीय फ्री ट्रेड एसोसिएशन (EFTA) देश और ब्रिटेन जैसे विकसित देशों के साथ एफटीए के जरिए भारतीय किसानों को नए वैश्विक बाजार मिले हैं।
गोयल ने बताया कि अब तक 25 करोड़ सॉयल हेल्थ कार्ड किसानों को वितरित किए जा चुके हैं ताकि संतुलित उर्वरक उपयोग को बढ़ावा मिल सके। इसके साथ ही किसान क्रेडिट कार्ड योजना के माध्यम से किसानों को फसल ऋण आसानी से उपलब्ध कराया गया है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार कृषि को विकास की प्राथमिकता में रखती आई है। लाखों किसान परिवारों को पीएम-किसान सम्मान निधि योजना का लाभ मिला है। इसके अलावा देशभर की 1400 मंडियों को ई-नाम प्लेटफॉर्म से जोड़ा गया है, जिससे किसानों को फसल के दाम की रीयल टाइम जानकारी मिलती है और वे बेहतर बाजारों से जुड़ पा रहे हैं।
उर्वरक क्षेत्र की बात करते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा कि सरकार ने सब्सिडी के माध्यम से उर्वरकों को किसानों के लिए सुलभ बनाया है और कोविड-19 महामारी के दौरान भी समय पर आपूर्ति सुनिश्चित की गई। गोयल ने इस बात पर गर्व जताया कि वैश्विक बाजारों में उतार-चढ़ाव और निर्यात में गिरावट के बावजूद भारत का कृषि क्षेत्र स्थिरता और मजबूती से आगे बढ़ा है। उन्होंने कहा “किसानों की मेहनत से कृषि, पशुपालन और मत्स्य उत्पादों का निर्यात 4 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच गया है। भारतीय किसान आत्मनिर्भर भारत की नींव हैं और उन्होंने “लोकल को ग्लोबल” बनाने के सपने को साकार किया है।”
केंद्रीय मंत्री ने यह भी कहा कि भारत के बासमती और अन्य चावल, मसाले, ताजे फल-सब्जियां, बागवानी और पुष्प उत्पाद, मत्स्य पालन और पोल्ट्री सेक्टर की वैश्विक सफलता के पीछे किसानों की भूमिका अहम रही है। डिजिटल कृषि पर सरकार का फोकस बताते हुए उन्होंने कहा कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, जियोस्पेशियल टेक्नोलॉजी, मौसम पूर्वानुमान प्रणाली, वर्टिकल फार्मिंग और एआई आधारित उपकरणों को बढ़ावा दिया जा रहा है, जो एफपीओ और सहकारी समितियों को सशक्त बनाएंगे।-