नई दिल्ली। भारतीय सेना बाढ से जूझ रहे हिमाचल प्रदेश और पूर्वोत्तर में बड़े पैमाने पर राहत और बचाव अभियान में नागरिक प्रशासन की मदद कर रही है। सेना की ओर से गुरूवार को बताया गया कि हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले में हाल ही में आई बाढ़ के बाद स्थानीय प्रशासन द्वारा चलाए जा रहे राहत और बचाव अभियान में सेना की टुकड़ियां राज्य आपदा मोचन बल, राष्ट्रीय आपदा मोचन बल और स्थानीय अधिकारियों के साथ तालमेल बनाकर मदद कर रही हैं।
सेना ने थुनाग, बग्सियाड और पंडोह सहित प्रमुख स्थानों पर टुकड़ियां तैनात की हैं जो आवश्यक आपूर्ति जारी रखने के लिए महत्वपूर्ण पहुंच मार्गों को खोल रही है। इसके अलावा थुनाग में चिकित्सा सहायता और राहत सामग्री के वितरण में भी मदद की जा रही है। सेना के जवान दुर्गम गांवों में नागरिक प्रशासन के साथ मिलकर राहत सामग्री भी पहुंचा रहे हैं।
बाढ से बेहाल पूर्वोत्तर क्षेत्र में भी सेना ने ऑपरेशन जल राहत- दो के तहत नागालैंड, असम और मणिपुर में व्यापक मानवीय सहायता और आपदा राहत अभियान शुरू किया है। सेना ने इस अभियान के लिए कुल 40 राहत टुकड़ियां तैनात की हैं। इस अभियान में अब तक 3820 लोगों को बचाया गया है और भोजन के 1361 पैकेट वितरित किए गए हैं। सेना की ओर से 2095 लोगों को चिकित्सा सहायता प्रदान की गई है और 15 हजार से अधिक पानी की बोतलें वितरित की गई हैं। सेना ने कहा है कि वह प्राकृतिक आपदा के समय संकट में फंसे लोगों की मदद करने की प्रतिबद्धता पर अड़िग है और राहत तथा बचाव अभियानों में मदद करती रहेगी।