सिरसा।(सतीश बंसल)। भगवान जगननाथ रथ यात्रा ईश्वर की कृपा और मोक्ष की प्राप्ति हैं, जो श्रद्धा भक्ति और सामाजिक समरसता का संदेश देती हैं तथा यह मान्यता है कि भगवान के रथ खींचने से व्यक्ति के सभी पाप मिट जाते हैं और मोक्ष की प्राप्ति होती है। ये शब्द इंडियन टैलेंट हंट फाउंडेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष आशीष बजाज ने भगवान जगननाथ यात्रा पर स्थानीय जनकल्याण कॉलोनी में बतौर मुख्य अतिथि व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि इस रथ यात्रा में कोई भी व्यक्ति, चाहे किसी भी जाति, धर्म लिंग या सामजिक पृष्ठ भूमि का हो भगवान के दर्शन कर सकता है और रथ को खींचने में भाग ले सकता है। यह रथ यात्रा ईश्वर की कृपा और सेवा भावना का प्रतीक बन जाती है। उन्होंने कहा कि ये दर्शाता हैं कि ईश्वर की कृपा सभी के लिए समानरुप से उपलब्ध हैं। बजाज ने कहा कि यह यात्रा इस बात की प्रतीक हैं कि भगवान केवल मंदिरों में ही निवास नहीं करते बलिक वे अपने भक्तों के बीच आते हैं। जो लोग पूरे वर्ष मदिर नहीं जा पाते, उन्हें भी भगवान के दर्शन का सौभाग्य प्राप्त होता है। उन्होंने कहा कि रथयात्रा को शरीर और आत्मा के मिलन का प्रतीक माना जाता हैं। रथ रूपी शरीर में आत्मारूपी भगवान जगननाथ विराजमान होते हैं, यह संदेश देता है की जीवन की सफलता के लिए मानसिक और शारीरिक रूप से स्वस्थ शरीर का होना आवश्यक है, क्योंकि पवित्र और स्वस्थ शरीर मे ही भगवान का वास होता हैं। उन्होंने कहा कि भगवान श्री जगन्नाथ यात्रा हमें समानता, भक्ति, समर्पण, पारिवारिक, मूल्यों, महत्व जैसे कई महत्वपूर्ण जीवन संदेश देती हैं। यह एक ऐसा पर्व है, जो मानवता को एक साथ लाता है और सभी को आध्यात्मिक उत्थान का अवसर प्रदान करता है। इससे पूर्व कुलदीप और काजल ने मुख्यअतिथि आशीष बजाज का स्वागत किया और कहा कि हम सब को भगवान जगन्नाथ के बारे जानकारी देने के लिए हम आभार व्यक्त करते हैं। आशीष बजाज ने बच्चों को पुरस्कार देकर सम्मानित किया। इस अवसर पर गोगा, पुष्पा, काजल, मुस्कान, बिन्द्र, गीता, नैना, सविटी, आकाश, सोनू उपस्थित थे।