हरियाणा के रोहतक जिले में साइबर सेल में तैनात एक एएसआई (ASI) ने खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली है। पुलिस ने घटनास्थल से तीन पन्नों का सुसाइड नोट और एक वीडियो मैसेज बरामद किया है, जिसमें मृतक ने गंभीर आरोप लगाते हुए भ्रष्टाचार और जातिवाद के मामलों का खुलासा किया है। सूत्रों के अनुसार, मृतक एएसआई उस समय एक अहम जांच टीम का हिस्सा था, जो पूर्व आईपीएस (IPS) अधिकारी वाई पूरन कुमार के गनमैन सुशील कुमार से जुड़े मामलों की जांच कर रही थी। पुलिस ने मृतक का शव पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है, जबकि सुसाइड नोट और वीडियो को फॉरेंसिक टीम ने कब्जे में ले लिया है।
सुसाइड नोट में क्या लिखा गया
एएसआई ने अपने सुसाइड नोट में खुद का परिचय देते हुए लिखा कि वह संदीप कुमार, पुत्र दयानंद, गांव जुलाना, जींद का निवासी है। उन्होंने बताया कि उन्होंने हमेशा सच्चाई और ईमानदारी के साथ काम किया और देशभक्ति उनके परिवार में पीढ़ियों से रही है। उन्होंने अपने दादाओं और छोटे दादाओं का जिक्र किया, जिन्होंने सेना में देश की सेवा की और बर्मा में युद्ध में हिस्सा लिया। एएसआई ने भगत सिंह को अपना आदर्श बताया और लिखा कि देश और समाज से बड़ा कोई मूल्य नहीं है। उन्होंने कहा कि समाज में सबसे बड़ी समस्या आज भ्रष्टाचार और जातिवाद है। उन्होंने आरोप लगाया कि हरियाणा में कई आईएएस और पुलिस अधिकारी भ्रष्टाचार में लिप्त हैं, लेकिन कुछ ईमानदार अफसरों ने प्रयास किया कि व्यवस्था में सुधार हो।
आईजी वाई पूरन कुमार पर आरोप
सुसाइड नोट में मृतक ने कहा कि जब आईजी वाई पूरन कुमार रोहतक रेंज में तैनात हुए, उन्होंने ईमानदार और कर्मठ कर्मियों का तबादला कर दिया और भ्रष्ट पुलिसकर्मियों को प्रमोट किया। उन्होंने कर्मचारियों में जातिवाद फैलाया और फाइलों के नाम पर कर्मचारियों से पैसे ऐंठे। एएसआई ने आरोप लगाया कि आईजी और उनके गनमैन ने कर्मचारियों को मेंटल और फिजिकल टॉर्चर किया। महिला पुलिस कर्मचारियों को ट्रांसफर और यौन शोषण के माध्यम से परेशान किया गया, जबकि सामान्य नागरिक और व्यापारी भी भारी रिश्वत देने के लिए मजबूर किए गए। उन्होंने लिखा कि यह केवल भ्रष्टाचार नहीं, बल्कि जुल्म की चरम सीमा थी।
भ्रष्ट व्यवस्था के खिलाफ शहादत
मृतक ने लिखा कि उनकी आत्महत्या भ्रष्ट सिस्टम के खिलाफ शहादत है और उन्होंने न्याय और निष्पक्ष जांच की मांग की है। उन्होंने कहा कि उनका उद्देश्य केवल सत्य और न्याय की रक्षा करना था। उन्होंने नोट में यह भी कहा कि कई ईमानदार अफसरों ने उनके प्रयासों में सहयोग दिया, लेकिन आईजी वाई पूरन कुमार की तैनाती के बाद भ्रष्टाचार की स्थिति और बढ़ गई।
पुलिस और प्रशासन की कार्रवाई
पुलिस ने मृतक के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजकर मृत्यु के कारणों की जांच शुरू कर दी है। सुसाइड नोट और वीडियो को फॉरेंसिक टीम ने कब्जे में लिया है। मामले की जांच अभी जारी है और उच्च अधिकारियों द्वारा आवश्यक कार्रवाई की जा रही है।