प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज शनिवार को 16वें रोजगार मेले के तहत देशभर के 47 स्थानों पर आयोजित कार्यक्रमों में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से 51,000 से अधिक युवाओं को सरकारी नौकरी के लिए नियुक्ति पत्र सौंपे। उन्होंने इन युवाओं को “राष्ट्र निर्माण का सिपाही” बताया और कहा कि उनकी नियुक्ति “बिना पर्ची, बिना खर्चे” की पारदर्शी प्रक्रिया का हिस्सा है। पीएम मोदी ने कहा कि यह रोजगार मेला केंद्र सरकार की उस नीति का हिस्सा है, जिसके अंतर्गत युवाओं को नौकरी के अवसर देना और भर्ती प्रक्रिया को तेज करना मुख्य उद्देश्य है। उन्होंने बताया कि 22 अक्टूबर 2022 से शुरू हुई इस पहल के अंतर्गत अब तक 10 लाख से अधिक युवाओं को सरकारी नौकरियां मिल चुकी हैं।
इन नव-नियुक्त युवाओं की तैनाती रेल मंत्रालय, गृह मंत्रालय, डाक विभाग, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय, वित्तीय सेवाएं और औद्योगिक विकास जैसे विभिन्न विभागों में होगी। पीएम ने कहा, “विभाग अलग-अलग हो सकते हैं, लेकिन आपका उद्देश्य एक है- देश की सेवा और विकसित भारत का निर्माण।” उन्होंने युवाओं से अपील की कि वे अगले 20-25 वर्षों को अपने करियर और देश के विकसित भारत के लक्ष्य से जोड़ें। पीएम मोदी ने अंतरराष्ट्रीय श्रम संगठन (ILO) की हालिया रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि पिछले दशक में 90 करोड़ से अधिक लोगों को सरकार की कल्याणकारी योजनाओं से जोड़ा गया है, जिससे न सिर्फ सामाजिक सुरक्षा बढ़ी, बल्कि लाखों नए रोजगार भी बने।
प्रधानमंत्री ने निजी क्षेत्र में रोजगार सृजन पर भी जोर दिया। उन्होंने बताया कि सरकार ने हाल ही में ‘रोजगार से जुड़ी प्रोत्साहन योजना’ को मंजूरी दी है, जिसके तहत पहली बार नौकरी पाने वाले युवाओं को 15,000 रुपये की आर्थिक सहायता दी जाएगी। इस योजना के लिए 1 लाख करोड़ रुपये का बजट निर्धारित किया गया है, जिससे करीब 3.5 करोड़ नए रोजगार बनने की उम्मीद है।
पीएम मोदी ने कहा, “भारत आज दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की ओर तेजी से बढ़ रहा है और यह हमारे युवाओं की मेहनत का ही परिणाम है।” रोजगार मेले में चयनित युवाओं को आगे के प्रशिक्षण के लिए iGOT कर्मयोगी पोर्टल पर उपलब्ध 1,400 से अधिक ई-लर्निंग कोर्स से भी जोड़ा जाएगा, ताकि वे अपनी नौकरी में और दक्ष बन सकें।-