केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार को केरल में भाजपा के कार्यकर्ता सम्मेलन में बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि भारत 31 मार्च 2026 तक नक्सलवाद से पूरी तरह मुक्त हो जाएगा। इसके साथ ही उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व की तारीफ करते हुए आतंकवाद पर भाजपा के स्पष्ट और सख्त रुख को देश के लिए जरूरी बताया।
आतंकवाद का जवाब सिर्फ मोदी दे सकते हैं”
अमित शाह ने अपने संबोधन में कहा, “आतंकवाद का जवाब केवल पीएम मोदी और भाजपा ही दे सकते हैं। हमने उरी हमले का जवाब सर्जिकल स्ट्राइक से दिया, पुलवामा हमले का जवाब एयर स्ट्राइक से दिया और ‘ऑपरेशन सिंदूर’ से आतंकियों को घर में घुसकर मारा।” शाह के मुताबिक, नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी सैन्य और कूटनीतिक ताकत का प्रदर्शन किया है।
केरल की LDF और UDF सरकारों पर साधा निशाना
शाह ने अपने भाषण में राज्य की सत्तारूढ़ व विपक्षी पार्टियों — एलडीएफ (LDF) और यूडीएफ (UDF) — दोनों को आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा, “एलडीएफ और यूडीएफ की सरकारों के कार्यकाल में केरल घोटालों का अड्डा बन गया। एलडीएफ शासन में विस्फोटक घोटाला, सहकारी बैंक घोटाला, एआई कैमरा घोटाला, लाइफ मिशन घोटाला और राज्य प्रायोजित सोना तस्करी जैसे घोटाले सामने आए।” शाह ने कहा कि इन दोनों दलों का इतिहास भ्रष्टाचार और राजनीतिक अवसरवाद से भरा हुआ है।
"भाजपा और माकपा में अंतर है, हम कैडर नहीं, राज्य के विकास को प्राथमिकता देते हैं"
गृह मंत्री ने माकपा और भाजपा के संगठनात्मक ढांचे की तुलना करते हुए कहा, “भाजपा और माकपा दोनों कैडर आधारित पार्टियां हैं, लेकिन माकपा के लिए कैडर कल्याण राज्य के विकास से ऊपर है, जबकि भाजपा के लिए राज्य का विकास कैडर से भी ऊपर है।”
मोदी सरकार की तीन नीतियों का जिक्र
अमित शाह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की केरल को लेकर तीन प्राथमिक नीतियों की भी बात की:
1. भ्रष्टाचार मुक्त शासन
2. योजनाओं में बिना किसी भेदभाव के लाभ देना
3. राजनीतिक लाभ से परे राज्य का समग्र विकास
उन्होंने कहा कि भाजपा बिना भेदभाव के पूरे राज्य के लोगों तक योजनाओं का लाभ पहुंचाने के लिए प्रतिबद्ध है।
भाजपा का भविष्य केरल में उज्जवल: शाह
कार्यकर्ता सम्मेलन को लेकर अमित शाह ने कहा, “यह सम्मेलन महज कार्यकर्ताओं की बैठक नहीं, बल्कि एक जनसैलाब था। यह इस बात का संकेत है कि भाजपा अब केरल में बड़ी राजनीतिक ताकत के रूप में उभर रही है। इससे पहले शाह ने केरल भाजपा के नए मुख्यालय का उद्घाटन भी किया। इस मौके पर राज्य भाजपा अध्यक्ष राजीव चंद्रशेखर और कई वरिष्ठ नेता मौजूद रहे।