भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने वो कर दिखाया जिसकी गूंज दशकों से सुनाई दे रही थी। 52 साल के लंबे इंतज़ार के बाद वर्ल्ड कप ट्रॉफी आखिरकार भारत के नाम हो गई। मैदान पर बल्ले और गेंद से चली भारत की शेरनियों की आंधी ने न सिर्फ़ विरोधियों को चौंकाया, बल्कि देशभर में जश्न की लहर दौड़ा दी। अब मैदान के बाहर भी एक और धमाका हुआ है - BCCI और ICC ने ट्रॉफी के साथ इनामों की ऐसी बारिश की है कि हर खिलाड़ी के खाते में करोड़ों की गूंज सुनाई दे रही है। लेकिन टैक्स की काट के बाद असल में उनके हाथ कितनी रकम लगी? आइए जानते हैं इस सुनहरी जीत के पीछे छिपी इनामी कहानी…
इनामों की बरसात
वर्ल्ड कप जीत के साथ ही टीम इंडिया पर इनामों की ऐसी बारिश हुई जैसी पहले कभी नहीं देखी गई। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) ने विजेता टीम को करीब 4 मिलियन अमेरिकी डॉलर, यानी लगभग 33 करोड़ रुपये की राशि सौंपी। लेकिन भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने इस खुशी को कई गुना बढ़ाते हुए 51 करोड़ रुपये का अतिरिक्त बोनस घोषित किया। यानी कुल मिलाकर लगभग 84 करोड़ रुपये की इनामी रकम टीम इंडिया और उसके सपोर्ट स्टाफ के बीच बांटी जाएगी।
किसे कितना मिला
खबरों के मुताबिक, बोर्ड ने तय किया है कि हर खिलाड़ी को लगभग 9 करोड़ रुपये तक का इनाम मिलेगा। कप्तान और उपकप्तान को उनके नेतृत्व और प्रदर्शन के लिए थोड़ा अतिरिक्त बोनस भी दिया जाएगा। वहीं, कोचिंग यूनिट — यानी कोच, बॉलिंग और फील्डिंग एक्सपर्ट्स — को 3 से 4 करोड़ रुपये तक का हिस्सा मिलेगा। इसके अलावा एनालिस्ट, फिजियो और सपोर्ट स्टाफ को भी उनकी अहम भूमिका के लिए लाखों से लेकर करोड़ों तक की राशि दी जा रही है।
टैक्स के बाद खिलाड़ियों के हाथ में कितनी रकम
अब बात उस हिस्से की जो हर भारतीय के दिल के करीब होती है — टैक्स कटौती! खिलाड़ियों को मिलने वाली इनामी रकम पर लगभग 30% टैक्स देना पड़ता है। यानी अगर किसी खिलाड़ी को 9 करोड़ रुपये मिले, तो टैक्स कटने के बाद उनके खाते में करीब 2 करोड़ 70 लाख रुपये पहुंचेंगे।
ICC इनाम का बंटवारा कैसे होता है
वर्ल्ड कप की इनामी राशि सीधे टीमों के क्रिकेट बोर्ड को दी जाती है। उसके बाद बोर्ड तय करता है कि खिलाड़ियों, कोचों और सपोर्ट स्टाफ में रकम कैसे बांटी जाए। इस बार BCCI ने न सिर्फ ICC की राशि बांटी, बल्कि अपनी जेब से भी मोटा बोनस जोड़कर खिलाड़ियों के मन में एक नई प्रेरणा जगा दी है।