नवांशहर (मनोरंजन कालिया) : सरागढ़ी की लड़ाई के 128वें वार्षिक समारोह के मद्देनजर ब्रिटिश सेना के मेजर जनरल जॉन कैंडल के नेतृत्व में पंजाब आए 12 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने जाडला पहुंचकर ब्रिटिश आर्मी में वीरता की अनुपम मिसाल कायम करने वाले शहीद भगत सिंह नगर जिले से संबंधित नायक ज्ञान सिंह के परिवार के सदस्यों का सम्मान किया।
एक सादे और प्रभावशाली समारोह के दौरान ब्रिटिश सेना के प्रतिनिधिमंडल ने द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान 1945 में बर्मा की लड़ाई में ब्रिटिश आर्मी की सेवाएं दे रहे नायक ज्ञान सिंह के पुत्र हरजिंदर सिंह को स्मृति चिह्न देकर सम्मानित किया तथा कहा कि नायक ज्ञान सिंह को ब्रिटिश आर्मी का सर्वोच्च वीरता पुरस्कार ‘विक्टोरिया क्रॉस’ प्राप्त करने का गौरव हासिल हुआ था। मेजर जनरल जॉन कैंडल ने कहा कि प्रतिनिधिमंडल के लिए यह गर्व की बात है कि वीरता की अनोखी मिसाल कायम करके विक्टोरिया क्रॉस हासिल करने वाले नायक के परिवार का सम्मान किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि प्रतिनिधिमंडल द्वारा सरागढ़ी युद्ध के दौरान शहादत पाने वाले 21 वीर योद्धाओं के सम्मान में शहीदों की स्मृतियों पर पहुंचकर श्रद्धा के फूल अर्पित किए जाएंगे।
मेजर जनरल जॉन कैंडल ने कहा कि सरागढ़ी की लड़ाई सिखों की वीरता का प्रत्यक्ष प्रमाण है, जिसमें 21 योद्धाओं ने 10 हजार अफगानों का वीरता से मुकाबला करते हुए अंतिम सांस तक लड़ते हुए शहादत प्राप्त की। सरागढ़ी फाउंडेशन के चेयरमैन गुरिंदरपाल सिंह जोशन ने सरागढ़ी की लड़ाई के ऐतिहासिक पहलुओं पर प्रकाश डाला। नायक ज्ञान सिंह के परिवार के सदस्यों, विभिन्न विभागों के अधिकारियों और मौके पर शामिल लोगों ने प्रतिनिधिमंडल का गर्मजोशी से स्वागत किया।
प्रतिनिधिमंडल में सी.पी.एल. रंजीव सांगवान, सरबजीत सिंह, स्क्वाड्रन लीडर मंदीप कौर, मेजर हिना मोरजारिया, मेजर मुनीश चौहान, लेफ्टिनेंट कर्नल एलिस आर्चर, अशोक चौहान, कैप्टन कमलदीप सिंह संधू, सिमरनजीत सिंह, अनिकेत शाह, सार्जेंट जसपिंदरजीत सिंह शामिल थे। इस मौके पर सहायक कमिश्नर जगदीप सिंह, जिला सैनिक कल्याण अधिकारी लेफ्टिनेंट कर्नल सरबजीत सिंह सैनी, चमन लाल पवार आदि भी विशेष तौर पर मौजूद थे।