कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की बिहार के भागलपुर में जनसभा से पहले उन पर झूठे चुनावी वादे करने का आरोप लगाया और दावा किया कि इस बार भागलपुर और सीमांचल की जनता वोट के माध्यम से राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) को इसका जवाब देगी। पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने कटाक्ष करते हुए यह भी कहा कि ‘‘प्रधानमंत्री का झूठा सबसे मजबूत है।'' रमेश ने ‘एक्स' पर पोस्ट किया, ‘‘प्रधानमंत्री का झूठ सबसे मज़बूत!! आज प्रधानमंत्री भागलपुर और सीमांचल में आ रहे हैं। इस अवसर पर हम उनके कुछ पिछले झूठे वादे याद दिलाना चाहते हैं और उनसे कुछ सीधा सवाल है।''
उन्होंने कहा, ‘‘2015 में प्रधानमंत्री ने कहा था कि भागलपुर में 500 एकड़ में 500 करोड़ से विक्रमशिला केंद्रीय विश्वविद्यालय बनाऊंगा। 10 साल बाद, एक ईंट तक नहीं रखी गई।'' कांग्रेस नेता ने सवाल किया कि क्या विक्रमशिला भी सवा लाख करोड़ वाले पैकेज के साथ हवा में उड़ गया? रमेश ने कहा, ‘‘2014 में प्रधानमंत्री ने मोतिहारी चीनी मिल के बारे में भरोसे से कहा था -अगली बार आऊंगा तो इसी मिल की चीनी से बनी चाय पियूंगा। 11 साल बीत गए। अभी भी लोग चाय पीने का इंतजार कर रहे हैं।'' उन्होंने प्रश्न किया कि प्रधानमंत्री ने मोतिहारी के लोगों से इतना बड़ा झूठ क्यों बोला था? कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘2020 में दरभंगा एम्स के लिए 1,264 करोड़ रुपये का वादा किया गया।
आज तक न भवन बना, न अस्पताल शुरू हुआ। और इस बीच 2023 में प्रधानमंत्री ने दरभंगा एम्स को चालू होने का दावा भी कर दिया।'' उन्होंने सवाल किया कि क्या दरभंगा एम्स घोषणा-पत्र से बाहर निकलकर कभी हकीकत बनेगा? कांग्रेस महासचिव ने यह दावा भी किया कि सीमांचल में गरीबी और बदहाली अपने चरम पर है। रमेश ने आरोप लगाया, ‘‘20 साल की भाजपा-जद (यू) सरकार में सीमांचल की सिर्फ अनदेखी हुई है, नतीजा यहां की लगभग आधी आबादी भयंकर गरीबी की चपेट में है।'' उन्होंने प्रश्न किया कि ‘डबल इंजन' की सरकार में सीमांचल की उपेक्षा क्यों हुई और इस इलाके को इतना बदहाल क्यों छोड़ दिया गया? कांग्रेस महासचिव ने आरोप लगाया कि ‘‘ट्रबल इंजन'' की सरकार में इस पूरे क्षेत्र को विकास से दूर रखा गया। रमेश ने कहा, ‘‘इस बार सीमांचल और भागलपुर की जनता अपने वोट की चोट से राजग को हराकर इस उपेक्षा का जवाब देगी।''