नारायणगढ़ (सुशील कुमार) : हरियाणा सरकार की संत महापुरुष सम्मान एवं विचार प्रसार योजना के अंतर्गत महर्षि वाल्मीकि जयंती समारोह का आयोजन आज उपमंडल अधिकारी ना. (एसडीएम) कार्यालय परिसर, नारायणगढ़ में बड़े श्रद्धा और उत्साह के साथ किया गया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पूर्व विधायक डॉ. पवन सैनी थे, जबकि समारोह की अध्यक्षता एसडीएम श्रीमती शिवजीत भारती ने की। कार्यक्रम में नायब तहसीलदार सुनील कुमार, बीडीपीओं जोगेश कुमार, प्रोफेसर रेणु कुमारी, सीडीपीओं अरविन्द्र कौर, एआईपीआरओ मनोज वालिया, स्टैनों नवीन सैनी तथा प्रोफेसर संजीव कुमार, भाजपा नेता राकेश बिंदल, श्रवण सैनी, मदन चानना, सुपरवाइजर अनु सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी, कर्मचारी, नम्बरदार, पंच-सरपंच एवं गणमान्य नागरिक बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।
समारोह का शुभारंभ दीप प्रज्वलन एवं महर्षि वाल्मीकि जी की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित कर किया गया। इसके उपरांत उपस्थित अतिथियों द्वारा महर्षि वाल्मीकि जी के जीवन एवं उपदेशों पर विचार प्रस्तुत किए गए।
महर्षि वाल्मीकि जी के जीवन से ले प्रेरणा-डॉ. पवन सैनी
मुख्य अतिथि पूर्व विधायक डॉ. पवन सैनी ने अपने उद्बोधन में कहा कि महर्षि वाल्मीकि जी का जीवन हम सभी के लिए प्रेरणास्रोत है। उन्होंने समाज को यह सिखाया कि परिस्थितियां कैसी भी हों, यदि व्यक्ति अपने जीवन में दृढ़ निश्चय और सत्य के मार्ग पर चलता है, तो वह महानता को प्राप्त कर सकता है।
उन्होंने कहा कि हर व्यक्ति के भीतर कोई न कोई विशेष प्रतिभा निहित होती है, बस आवश्यकता होती है उसे पहचानने और उसे समाजहित में प्रयोग करने की।
डॉ. पवन सैनी ने कहा, जब व्यक्ति अपनी योग्यता को समाज के कल्याण के लिए समर्पित करता है, तब वह स्वयं प्रेरणा का स्रोत बन जाता है। उन्होंने अपने संबोधन में महात्मा बुद्ध, स्वामी विवेकानंद, डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम, महर्षि पतंजलि जैसे महापुरुषों के जीवन उदाहरणों का उल्लेख करते हुए कहा कि इन विभूतियों ने समाज में ज्ञान, सेवा और मानवता की अमिट छाप छोड़ी।
उन्होंने युवाओं से आह्वान किया कि वे अपने जीवन में लक्ष्य निर्धारित करें, अनुशासन अपनाएं और सकारात्मक सोच के साथ आगे बढ़ें। यही मार्ग जीवन में सफलता और संतुलन का आधार है। डॉ. पवन सैनी ने कहा कि संत-महापुरुषों के विचारों को जन-जन तक पहुंचाने हेतु प्रदेश सरकार द्वारा यह योजना शुरू की गई थी, जोकि अत्यंत सराहनीय है, क्योंकि इससे नई पीढ़ी को अपनी सांस्कृतिक जड़ों से जुडऩे का अवसर मिलता है। उन्होंने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री एवं वर्तमान में केन्द्रीय मंत्री श्री मनोहर लाल जी द्वारा यह योजना शुरू की गई थी, जिसे आगे बढाने का कार्य मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी द्वारा किया जा रहा है।
एसडीएम शिवजीत भारती ने किया धन्यवाद, कहा - संतों एवं महापुरूषों के विचार समाज की अमूल्य धरोहर हैं
समारोह की अध्यक्षता कर रही एसडीएम श्रीमती शिवजीत भारती ने कार्यक्रम में उपस्थित मुख्य अतिथि, नम्बरदारों एवं पंच-सरपंच सहित कार्यक्रम में मौजूद सभी नागरिकों का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि महर्षि वाल्मीकि जी ने समाज में समानता, शिक्षा और मर्यादा का जो संदेश दिया, वह आज भी प्रासंगिक है। उन्होंने कहा कि संत महापुरुषों के विचार समाज को दिशा देने वाले हैं और हमें उनके आदर्शों को जीवन में अपनाकर समाज में सौहार्द और भाईचारे की भावना को सशक्त करना चाहिए। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा चलाई जा रही संत महापुरुष सम्मान एवं विचार प्रसार योजना सराहनीय है, जिससे युवाओं एवं बच्चों को संतों एवं महापुरूषों के जीवन से प्रेरणा मिलती है।
प्रो. रेणु कुमारी ने दी महर्षि वाल्मीकि जी के जीवन की प्रेरणादायक जानकारी
समारोह के प्रारंभ में प्रोफेसर रेणु कुमारी ने महर्षि वाल्मीकि जी के जीवन, उनके योगदान और साहित्यिक महत्व पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि वाल्मीकि जी केवल आदिकवि ही नहीं, बल्कि मानवता, करुणा और समर्पण के प्रतीक हैं। उन्होंने बताया कि रामायण के माध्यम से वाल्मीकि जी ने समाज को यह संदेश दिया कि सत्य, धर्म और कर्तव्य ही जीवन का मूल आधार होना चाहिए।
सरकार की योजनाओं की जानकारी भी दी गई
कार्यक्रम में उपस्थित जनसमूह को हरियाणा सरकार द्वारा संचालित विभिन्न सामाजिक योजनाओं एवं जनकल्याणकारी नीतियों के बारे में भी जानकारी दी गई।