मोहाली : आय से अधिक संपत्ति मामले में फंसे शिरोमणि अकाली दल के वरिष्ठ नेता बिक्रम सिंह मजीठिया को आज भी अदालत से कोई राहत नहीं मिली। मोहाली कोर्ट में उनकी जमानत याचिका पर करीब डेढ़ घंटे तक चली जोरदार बहस के बाद भी कोई फैसला नहीं हो सका। अदालत ने अब इस मामले की अगली सुनवाई 12 अगस्त, यानी कल के लिए तय की है, जिसका मतलब है कि मजीठिया को एक और रात जेल में ही गुजारनी होगी।
सुनवाई के दौरान बिक्रम मजीठिया की पत्नी और विधायक गनीव कौर मजीठिया भी कोर्ट में मौजूद रहीं। मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा, "हमें न्यायपालिका और गुरु साहिब पर पूरा भरोसा है। गुरु साहिब जो भी करेंगे, सही ही करेंगे।" हालांकि, चंडीगढ़ पुलिस को दी गई शिकायत पर उन्होंने कहा कि अभी तक किसी अधिकारी ने उनसे संपर्क नहीं किया है।
जांच में बड़े नाम, दायरा 3 राज्यों तक फैला
इस मामले में विजिलेंस ब्यूरो की जांच का दायरा लगातार बढ़ता जा रहा है। जांच में अब तक छह लोगों के बयान दर्ज किए गए हैं, जिनमें सबसे बड़ा नाम पूर्व डीजीपी सिद्धार्थ चट्टोपाध्याय का है, जिनके कार्यकाल में मजीठिया पर NDPS का केस दर्ज हुआ था। इसके अलावा ईडी के पूर्व डिप्टी डायरेक्टर निरंजन सिंह और मजीठिया के चार पूर्व करीबियों के बयान भी लिए गए हैं।
विजिलेंस ने जांच का दायरा पंजाब से बढ़ाकर हिमाचल, दिल्ली और यूपी तक फैला दिया है। हिमाचल में जमीन, यूपी के गोरखपुर में शुगर मिल और दिल्ली में फार्म हाउस होने की जानकारी के आधार पर सबूत जुटाए जा रहे हैं।
वकीलों ने लगाया मिलने न देने का आरोप
इस बीच, अकाली नेताओं और मजीठिया के वकीलों ने आरोप लगाया है कि उन्हें जेल में मजीठिया से मिलने नहीं दिया जा रहा है। बता दें कि 25 जून को गिरफ्तारी के बाद से ही मजीठिया न्यू नाभा जेल में बंद हैं और उन्होंने रक्षाबंधन का त्योहार भी जेल में ही मनाया था, जब उनकी बहन हरसिमरत कौर बादल उनसे मिलने पहुंची थीं।