नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में बीते 11 वर्षों में भारत ने आर्थिक, सामाजिक और वैश्विक स्तर पर अभूतपूर्व प्रगति दर्ज की है। दुबई स्थित कारोबारी व समाजसेवी मोनिश बहल का कहना है कि भारत की बुनियादी ढांचा विकास, उद्योग और आत्मविश्वास आज एक 24×7 काम करने वाले प्रधानमंत्री की वजह से चरम पर है। सड़कें, एयरपोर्ट और उद्योग तेजी से आगे बढ़ रहे हैं। भारत अब आत्मविश्वासी होकर आगे बढ़ रहा है।”
आर्थिक मजबूती और बुनियादी ढांचे में बदलाव
मोदी सरकार की ‘मेक इन इंडिया’, ‘स्टार्टअप इंडिया’ और ‘डिजिटल इंडिया’ जैसी प्रमुख पहल ने मैन्युफैक्चरिंग, उद्यमिता और डिजिटल गवर्नेंस को नई मजबूती दी है। 2014 से अब तक मेट्रो रेल नेटवर्क कई बड़े शहरों तक फैला, रेलवे इलेक्ट्रिफिकेशन दोगुने से अधिक हुआ, हवाई अड्डों की संख्या 74 से बढ़कर 160 से ज्यादा हो गई और राष्ट्रीय जलमार्गों का दायरा दस गुना बढ़ा।
जनकल्याण योजनाओं से करोड़ों को फायदा
प्रधानमंत्री आवास योजना (PMAY) ने सस्ते आवास का सपना पूरा किया, स्वच्छ भारत अभियान ने 2019 तक खुले में शौच को खत्म करने का लक्ष्य हासिल किया, उज्ज्वला योजना ने लाखों महिलाओं को एलपीजी कनेक्शन दिए, और आयुष्मान भारत योजना ने करोड़ों लोगों को स्वास्थ्य कवरेज प्रदान की। ‘जन धन-आधार-मोबाइल’ (JAM) ट्रिनिटी से सरकारी सब्सिडी ट्रांसफर में पारदर्शिता आई और वित्तीय समावेशन को नई दिशा मिली। 50 करोड़ से ज्यादा जन धन खाते खोले गए। यूपीआई डिजिटल भुगतान का आधार बन गया।
हाईवे, बंदरगाह और जीएसटी सुधार
भारतमाला और सागरमाला परियोजनाओं के तहत सड़क और बंदरगाह कनेक्टिविटी में क्रांतिकारी बदलाव हुए। 2024 तक हर साल 12,000 किमी से ज्यादा हाइवे का निर्माण हुआ। 2017 में लागू जीएसटी ने भारत को एकीकृत राष्ट्रीय बाजार की दिशा में बड़ा कदम दिलाया।
रक्षा क्षेत्र और ऑपरेशन सिंदूर
7 मई 2025 को पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में भारत ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान और पीओके में 9 आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया। पूरी तरह स्वदेशी हथियार प्रणालियों से की गई इस कार्रवाई का नाम शहीदों की विधवाओं के सम्मान में रखा गया। इससे पहले उरी और बालाकोट स्ट्राइक ने पाकिस्तान को साफ संदेश दिया था कि आतंक के प्रति शून्य सहिष्णुता की नीति अपनाई जाएगी।
विदेश नीति और वैश्विक पहचान
मोदी ने अमेरिका, जापान, ऑस्ट्रेलिया, मध्य पूर्व और अफ्रीकी देशों से संबंध मजबूत किए। भारत ने जी20, क्वाड और ब्रिक्स जैसे मंचों पर अहम भूमिका निभाई। 2023 में नई दिल्ली में जी20 शिखर सम्मेलन की मेजबानी कर भारत ने अपनी सांस्कृतिक विरासत और डिजिटल नेतृत्व का प्रदर्शन किया। 2025 तक पीएम मोदी को 24 से अधिक विदेशी नागरिक सम्मानों से नवाजा गया, जिससे वे भारत के सबसे अधिक अंतरराष्ट्रीय सम्मान पाने वाले नेता बन गए।
बहल का कहना है, “अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पीएम मोदी ने भारत को ऐसे मुकाम पर पहुंचा दिया है जहां से अब पीछे मुड़कर देखने की जरूरत नहीं है। 2047 तक विकसित भारत का सपना अब और करीब है।”