अमृतसर (पंजाब) : नवगठित अकाली दल (बागी गुट) के अध्यक्ष चुने जाने के बाद अपने पहले ही भाषण में ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने पंजाब सरकार की नई लैंड पूलिंग पॉलिसी पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने इस नीति को "बेहद खतरनाक" और "पंजाब की डेमोग्राफी (जनसांख्यिकी) बदलने की साजिश" करार दिया है।
"यह पंजाब की पहचान नष्ट करने की योजना है"
सभा को संबोधित करते हुए ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने कहा, "यह नीति पंजाब की जमीनों का विकास करने के लिए नहीं, बल्कि पंजाब की पहचान और आबादी को नष्ट करने की एक छिपी हुई योजना है। उपजाऊ जमीनें छीनकर बाहरियों को दी जा रही हैं। हमारी आबादी घट रही है और यह नीति गैर-पंजाबियों को यहां बसने के लिए प्रोत्साहित करती है, जिससे हमारे अस्तित्व को ही खतरा है।"
मौजूदा अकाली दल नेतृत्व पर भी साधा निशाना
उन्होंने शिरोमणि अकाली दल (बादल) के नेतृत्व पर भी हमला बोलते हुए पंजाब के हितों की अनदेखी करने का आरोप लगाया। सिंह ने कहा, "जो अध्यक्ष आपके साथ 'सोता' रहा है, इन सरकारों को लाता रहा है, उसे याद रखना चाहिए कि इस माफिया का मकसद पंजाब को नुकसान पहुंचाना है, उसे संवारना नहीं।"
ज्ञानी हरप्रीत सिंह का अध्यक्ष के रूप में चुना जाना और उनका यह आक्रामक भाषण, बागी गुट द्वारा पंजाब के किसानों और डेमोग्राफी के लिए हानिकारक मानी जाने वाली नीतियों के खिलाफ एक नए चरण की शुरुआत का संकेत देता है।