हिमाचल में जारी बारिश अब जान की प्यासी बन गई है। पहाड़ों पर तेज बारिश से मैदानी इलाके समुद्र बन गए हैं। सोमवार सुबह से जारी तेज बारिश मंगलवार सुबह तक कहर में तबदील हो गई। मंडी जिला में देर रात 4 जगह बादल फट गया, जिसमें एक व्यक्ति की मौत हो गई, जबकि 13 से ज्यादा लोगों के फंसे होने की सूचना है। कुट्टी बाइपास, पुराना बस अड्डा, थुनाग और गोहार में तेज बारिश हो रही है। गोहर में 2 घरों के साथ 9 लोग पानी में बह गए हैं। धर्मपुर के स्याठी गांव सहित अलग-अलग जगह हुए लैंडस्लाइड की वजह से 20 से ज्यादा घर मलबे में दब गए हैं, जबकि कुछ फ्लैश फ्लड में बह गए हैं।
शिमला ग्रामीण में सुन्नी के पास 100 साल पुराने चाभा पावर हाउस में पानी घुस गया है। सतलुज नदी उफान पर है। सतलुज नदी पर सुन्नी में बना पुल को पानी ने छू लिया है। यह पुल शिमला को मंडी जिला से जोड़ता है। मंडी के कुकलाह में कई घर और माता काश्मीरी का मंदिर भी बह गया। मौसम विभाग ने अगले 3 घंटों में बिलासपुर, हमीरपुर, कांगड़ा, कुल्लू, मंडी, शिमला, सिरमौर, सोलन और ऊना जिलों में कुछ स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना है। उधर, सुकेती खड्ड समेत अन्य नाले भी उफान पर हैं। कई लोगों के घरों में पानी घुस गया है। तेज बारिश को देखते हुए मंडी और कांगड़ा में प्रशासन ने स्कूल और कॉलेजों की छुट्टी कर दी है। पद्धर में बादल फटने के बाद फंसे लोगों का प्रशासन ने रेस्क्यू कर लिया है।