चंडीगढ़: पर्यावरण संतुलन बनाए रखने के लिए विभिन्न प्रकार के पौधे लगाने को निर्णायक बताते हुए वन एवं वन्यजीव संरक्षण मंत्री लाल चंद कटारूचक्क ने पौधारोपण अभियान को राज्य सरकार के वन क्षेत्र बढ़ाने के समग्र प्रयासों का अहम हिस्सा बताया है।
शहीद भगत सिंह नगर ज़िले के बल्लोवाल सौंखड़ी और फतेहपुर गांव (वन रेंज काठगढ़) स्थित नर्सरियों का दौरा करते हुए मंत्री को दोनों नर्सरियों में लगाए गए विभिन्न प्रकार के पौधों और उनकी देखभाल व संरक्षण हेतु विभाग द्वारा किए जा रहे प्रयासों की जानकारी दी गई।
बल्लोवाल सौंखड़ी नर्सरी के दौरे के दौरान श्री कटारूचक्क को खैर, शीशम, फलाही, बांस, डेक, होलोप्टीलिया, ढेऊ जैसी विशिष्ट प्रजातियों के बारे में अवगत कराया गया, जो यहां पाई जाती हैं और सभी के आकर्षण का केंद्र होने के साथ-साथ पर्यावरण में जादुई रंग भरती हैं।
फतेहपुर नर्सरी (वन रेंज काठगढ़) में मंत्री को जानकारी दी गई कि वहां पीपल, बहेरा, बड़, जकरंडा, मेंहदी, नीम, पिलखन, अर्जुन, हिबिस्कस जैसी विभिन्न प्रजातियों के पौधे लगाए गए हैं। मंत्री ने स्वयं भी नर्सरी में एक पीपल का पौधा लगाया और अच्छे कार्य के लिए स्टाफ की सराहना की। उन्होंने पौधारोपण में जुटे कर्मचारियों को नकद पुरस्कार देकर प्रोत्साहित भी किया।
इस अवसर पर मंत्री ने कहा कि पवित्र गुरबाणी में भी पर्यावरण को विशेष महत्व दिया गया है, इसलिए यह हम सभी का सामूहिक दायित्व है कि हम स्वच्छ और हरा-भरा पर्यावरण सुनिश्चित करने के लिए हरसंभव प्रयास करें।
इस अवसर पर मंत्री के साथ पी.सी.सी.एफ. (एच.ओ.एफ.एफ.) धर्मिंदर शर्मा, मुख्य वनपाल (हिल्स) निधि श्रीवास्तव और डिवीज़नल वन अधिकारी (शहीद भगत सिंह नगर) हरभजन सिंह भी उपस्थित थे।