नारायणगढ़ 21 मई (सुशील कुमार) : पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय श्री राजीव गांधी की पुण्यतिथि पर ‘आतंकवाद विरोधी दिवस’ के रूप में एक श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। इस अवसर पर हरियाणा प्रदेश कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता, हरियाणा सरकार के पूर्व राज्य सूचना आयुक्त एवं राष्ट्रीय पंजाबी महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अशोक मेहता ने उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की और कहा कि “राजीव गांधी केवल एक नेता नहीं, बल्कि भारत को इक्कीसवीं सदी की दहलीज़ पर लाने वाले दूरदर्शी शिल्पकार थे।”
आधुनिक भारत के निर्माता
राजीव गांधी ने मात्र 40 वर्ष की आयु में 1984 में भारत के प्रधानमंत्री के रूप में कार्यभार संभाला। उन्होंने देश को तकनीक और नवाचार की ओर अग्रसर करते हुए संचार क्रांति, कम्प्यूटर क्रांति, पंचायती राज व्यवस्था और शिक्षा के प्रसार को गति दी। उन्होंने 18 वर्ष की आयु के युवाओं को मताधिकार देकर लोकतंत्र की जड़ों को और मज़बूत किया।
हर हाथ में मोबाइल, राजीव गांधी की सोच का परिणाम
अशोक मेहता ने कहा कि आज हर हाथ में दिखने वाला मोबाइल, इंटरनेट और डिजिटल सेवाएं उन्हीं नीतियों और फैसलों की देन हैं, जो राजीव गांधी ने अपने प्रधानमंत्री कार्यकाल में दूरदृष्टि से लिए। “उनकी सोच आज का डिजिटल भारत है,” उन्होंने कहा।
राजनीतिक हिंसा पर चिंता
राजीव गांधी की हत्या को भारतीय लोकतंत्र पर एक गहरा आघात बताते हुए अशोक मेहता ने कहा कि “यह हमारी लोकतांत्रिक परंपराओं और सभ्यता के खिलाफ एक दुर्भाग्यपूर्ण अध्याय था। हिंसा और हत्या की राजनीति का यह दौर अब समाप्त होना चाहिए।”
बलिदान को नमन
पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की पुण्यतिथि को 'बलिदान दिवस' के रूप में मनाया जाता है, जबकि उनकी जयंती 'सद्भावना दिवस' और 'अक्षय ऊर्जा दिवस' के रूप में देश भर में श्रद्धा और आदर के साथ मनाई जाती है।