वाशिंगटन ; संयुक्त राष्ट्र में अमरीका की पूर्व राजदूत निक्की हेली ने ट्रंप प्रशासन को चेतावनी दी है कि भारत-अमरीका संबंध एक नाजुक मोड़ पर हैं और यदि वाशिंगटन को चीन की वैश्विक महत्त्वाकांक्षाओं को नियंत्रित करना है, तो इन संबंधों को जल्द से जल्द सुधारना होगा। हेली ने न्यूजवीक में प्रकाशित एक लेख में लिखा कि डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन को रूसी तेल के मुद्दे और टैरिफ विवाद को दुनिया की दो सबसे बड़ी लोकतांत्रिक शक्तियों के बीच दरार पैदा करने की अनुमित नहीं देनी चाहिए। उन्होंने लिखा कि संयुक्त राज्य अमरीका को अपनी सबसे महत्त्वपूर्ण बात को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। चीन का सामना करने के लिए, अमरीका को भारत जैसे एक दोस्त की जरूरत है। हेली ने ट्रंप के दबाव अभियान का समर्थन करते हुए कहा कि भारत की ऊर्जा खरीद यूक्रेन के खिलाफ पुतिन के क्रूर युद्ध को वित्तपोषित करने में मदद कर रही है।
हालांकि, उन्होंने भारत के साथ दुश्मन जैसा व्यवहार करने के खिलाफ चेताया है। उन्होंने कहा कि एशिया में चीनी प्रभुत्व के खिलाफ एकमात्र देश के साथ 25 वर्षों की प्रगति को नष्ट करना एक रणनीतिक आपदा होगी। उन्होंने तर्क दिया कि वाशिंगटन के आर्थिक और सुरक्षा लक्ष्यों के लिए भारत जरूरी है, जहां अमरीका अपनी आपूर्ति श्रृंखलाओं को चीन से दूर ले जाना चाहता है, वहीं भारत कपड़ा, फोन और सौर पैनल जैसे उद्योगों के लिए ‘चीन जैसे पैमाने पर’ विनिर्माण क्षमता प्रदान करता है। उन्होंने भारत के अमरीका और इजरायल जैसे सहयोगियों के साथ बढ़ते रक्षा संबंधों को भी रेखांकित किया, जिसे उन्होंने मुक्त विश्व की सुरक्षा के लिए महत्त्वपूर्ण संपत्ति बताया।