भारत के मध्यक्रम के बल्लेबाज श्रेयस अय्यर ने आगामी एशिया कप 2025 के लिए भारतीय टीम से बाहर किए जाने के बाद अपनी चुप्पी तोड़ी है। उन्होंने स्वीकार किया कि यह चूक निराशाजनक थी। अय्यर ने कहा कि वह वापसी के लिए कड़ी मेहनत करने पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं।
अय्यर को इस महाद्वीपीय टूर्नामेंट के लिए भारत की 15 सदस्यीय टीम में शामिल नहीं किया गया। इसके बजाय वह इस महीने के अंत में ऑस्ट्रेलिया ए के खिलाफ दो चार दिवसीय अनौपचारिक टेस्ट मैचों में भारत ए की अगुवाई करेंगे।
अय्यर ने एक पॉडकास्ट में कहा, 'यह तभी निराशाजनक होता है जब आपको पता होता है कि आप टीम में प्लेइंग इलेवन में जगह पाने के हकदार हैं। उस समय यह निराशाजनक होता है। लेकिन साथ ही जब आपको पता होता है कि कोई टीम के लिए लगातार अच्छा प्रदर्शन कर रहा है तो आप उसका समर्थन करते हैं। आखिरकार लक्ष्य टीम की जीत होती है और जब टीम जीत रही होती है, तो सभी खुश होते हैं।'
हाल के वर्षो में अय्यर सभी प्रारूपों में एक अग्रणी खिलाड़ी के रूप में उभरे हैं। 2024 में कोलकाता नाइट राइडर्स को उनका तीसरा आईपीएल खिताब दिलाने के बाद उन्होंने 2025 में पंजाब किंग्स की ओर रुख किया और उन्हें फाइनल तक पहुंचाया। हालांकि पंजाब किंग्स खिताब से चूक गई लेकिन अय्यर की कप्तानी की खासकर उनकी रणनीतिक सजगता और दबाव में धैर्य की व्यापक प्रशंसा हुई।
अय्यर भारतीय टीम में अपनी जगह बनाने के लिए और कड़ी मेहनत करने के लिए प्रेरित हैं। घरेलू सीजन और ऑस्ट्रेलिया के महत्वपूर्ण दौरे के साथ इस स्टाइलिश दाएं हाथ के बल्लेबाज के पास अपनी योग्यता साबित करने और सीनियर टीम में वापसी करने का एक और मौका है। अय्यर ने एक बल्लेबाज के रूप में काफी विकास किया है। उन्होंने अपने प्रदर्शन में पावर हिटिंग कौशल को शामिल किया जिससे टी20 क्रिकेट में अधिक बाउंड्री लगाई और आधुनिक खेल की मांगों के अनुकूल खुद को ढाला।