रूस के वैज्ञानिकों की टीम ने कैंसर की वैक्सीन बनाई है। उन्होंने दावा किया है कि इस वैक्सीन ने सभी ट्रायल्स सफलतापूर्वक पूरे किए हैं और अब यह इस्तेमाल के लिए पूरी तरह से तैयार है।
रिपोर्ट के मुताबिक नई वैकसीन मैसेंजर राइबोन्यूक्लिक एसिड (एम.आर.एन.ए.) पर आधारित कैंसर वैक्सीन के 3 साल तक चले ट्रायल में इसका इस्तेमाल सुरक्षित और कारगर साबित हुआ है। इसकी जानकारी रूस की फेडरल मेडिकल एंड बायोलॉजिकल एजेंसी की हेड वेरेनिका स्कोर्तसोवार ने दी है। इस दौरान उन्होंने बताया कि इस वैक्सीन पर कई सालों तक रिसर्च हुई है और 3 साल से इसका प्रीक्लिनिकल ट्रायल चल रहा था। कैंसर वैक्सीन का पहला ह्यूमन ट्रायल आगामी अक्टूबर में शुरू होने की उम्मीद है।
ट्यूमर के साइज को कम करेगी वैक्सीन
रूस की कैंसर वैक्सीन एम.आर.एन.ए. तकनीक पर आधारित है, जो कि हर मरीज के राइबोन्यूक्लिक एसिड (आर.एन.ए.) के अनुसार कस्टमाइज किया जाएगा। यह वैक्सीन ट्यूमर के साइज को कम और उसकी ग्रोथ को धीमा करेगा। स्कोर्तसोवार ने इस बारे में बताया कि ट्रायल के दौरान वैक्सीन से ट्यूमर को सिकोड़ने और उसके ग्रोथ को स्लो करने के बहुत अच्छे रिजल्ट पाए गए हैं। मतलब यह वैक्सीन ट्यूमर के साइज को 60% से 80% तक घटा सकता है। सबसे अच्छी बात यह है कि बार-बार इस्तेमाल के बाद भी इसका असर कम नहीं होता है। मतलब यह पूरी तरह से इस्तेमाल के लिए तैयार है।
2.5 लाख रुपए हो सकती है कीमत
इसका असर सभी तरह के कैंसर पर एक जैसा नहीं है। कोलोरेक्टल कैंसर इस वैक्सीन का सबसे पहला टारगेट है, यानी कोलोन कैंसर पर इसका ट्रायल बहुत अच्छा हुआ है। इसके अलावा, ब्रेन कैंसर ग्लियोब्लास्टोमा और स्किन कैंसर मेलेनोमा के लिए भी इसका इस्तेमाल किया जा सकता है। रूसी स्वास्थ्य मंत्रालय ने इस कैंसर वैक्सीन को एक नए और खास नियम के तहत मंजूरी दी है। इसका कारण है कि यह दूसरी दवाओं से अलग है, यह हर मरीज के लिए अलग तरह से बनाई जाती है। बताया जा रहा है कि इस वैक्सीन की एक डोज की कीमत करीब 300,000 रूबल यानी की 2.5 लाख रुपए हो सकती है। हालांकि रूसी सरकार ने रशियन नागरिकों के लिए इसे फ्री देने की योजना बनाई है।