प्योंगयांग: उत्तर कोरिया ने रविवार को अमरीका, दक्षिण कोरिया और जापान को कड़ी चेतावनी दी है। उसने कहा है कि अगर उसके खिलाफ कोई भी सुरक्षा खतरा पैदा होता है, तो वह सैन्य कार्रवाई करने के लिए पूरी तरह तैयार है। यह चेतावनी इन तीनों देशों द्वारा हाल ही में एक अमरीकी रणनीतिक बमवर्षक के साथ किए गए संयुक्त हवाई अभ्यास के बाद आई है। उत्तर कोरिया के लगातार बढ़ते परमाणु कार्यक्रम के जवाब में, अमरीका, दक्षिण कोरिया और जापान ने अपने त्रिपक्षीय सैन्य अभ्यासों को फिर से तेज कर दिया है।
शुक्रवार (11 जुलाई) को तीनों देशों ने कोरियाई प्रायद्वीप के पास अमरीकी परमाणु-सक्षम बमवर्षकों के साथ एक बड़ा संयुक्त हवाई अभ्यास किया था। इसी दौरान, उनके शीर्ष सैन्य अधिकारियों ने सियोल में मुलाकात की और उत्तर कोरिया से आग्रह किया कि वह क्षेत्रीय सुरक्षा को खतरे में डालने वाली अपनी सभी ‘अवैध गतिविधियों’ को तुरंत बंद करे। उत्तर कोरिया इन अमरीकी नेतृत्व वाले सैन्य अभ्यासों को आक्रमण का पूर्वाभ्यास मानता है। प्योंगयांग लंबे समय से यह तर्क देता रहा है कि उसे अमरीकी सैन्य खतरों से खुद को बचाने के लिए परमाणु हथियार विकसित करने के लिए मजबूर किया जा रहा है।
साझेदारी के खिलाफ सामने आया रूस
मॉस्को। रूस और नॉर्थ कोरिया की साझेदारी अब अमरीका के खिलाफ खुलकर सामने आ रही है। हाल ही में रूस के विदेश मंत्री ने अमरीका, दक्षिण कोरिया और जापान को उत्तर कोरिया को निशाना बनाकर किसी भी सुरक्षा साझेदारी करने के खिलाफ सख्त चेतावनी दे दी है। रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव उत्तर कोरियाई विदेश मंत्री चोई सोन के साथ बैठक के लिए उत्तर कोरिया के पूर्वी वोनसान शहर पहुंचे थे। शनिवार को चोई के साथ बैठक के बाद लावरोव ने अमरीका सहित पश्चिमी देशों पर उत्तर कोरिया के आसपास सैन्य तैनाती का आरोप लगाया है। गौरतलब है कि हाल के सालों में रूस और उत्तर कोरिया के बीच संबंध मजबूत हुए हैं।