सप्ताह की शुरुआत में सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों (PSU Banks) के शेयरों में जबरदस्त तेजी देखने को मिली। सोमवार के कारोबार में बैंकिंग सेक्टर के कई शेयरों में 4% तक की बढ़त दर्ज हुई। यह उछाल सरकार की एक नई रणनीति से जुड़ी रिपोर्ट के बाद आया है, जिसमें कुछ सरकारी बैंकों के मर्जर (विलय) और छोटे बैंकों के निजीकरण की योजना शामिल है।
कारोबार के दौरान बैंक ऑफ बड़ौदा के शेयर में 4.26%, इंडियन बैंक में 2.73%, केनरा बैंक में 2.18% और यूको बैंक में 1.63% की तेजी दर्ज की गई। इसके अलावा बैंक ऑफ इंडिया, पंजाब एंड सिंध बैंक, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) और सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया के शेयरों में भी 1% से अधिक की मजबूती देखी गई।
मुंबई के बैंकों के मर्जर की तैयारी
एक रिपोर्ट के अनुसार, भारत सरकार यूनियन बैंक ऑफ इंडिया और बैंक ऑफ इंडिया के मर्जर की योजना पर काम कर रही है। दोनों बैंकों का मुख्यालय मुंबई में है। रिपोर्ट में कहा गया है कि अगर यह मर्जर होता है, तो यह SBI के बाद देश का दूसरा सबसे बड़ा सरकारी बैंक बन सकता है।
चेन्नई के बैंकों के विलय की भी संभावना
वित्त मंत्रालय चेन्नई स्थित इंडियन ओवरसीज बैंक और इंडियन बैंक के संभावित विलय पर भी विचार कर रहा है।
छोटे बैंकों पर निजीकरण की नजर
सरकार का उद्देश्य बैंकिंग सेक्टर को और अधिक मजबूत बनाना और कार्यक्षमता में दोहराव को घटाना है। इस रणनीति के तहत पंजाब एंड सिंध बैंक और बैंक ऑफ महाराष्ट्र जैसे छोटे बैंकों को भविष्य में निजी हाथों में सौंपने पर भी विचार किया जा रहा है, क्योंकि इनकी संपत्ति बड़े सार्वजनिक बैंकों की तुलना में कम है।