मंगलवार, 4 नवंबर को भारतीय शेयर बाजारों में गिरावट देखने को मिली। कमजोर वैश्विक संकेतों और विदेशी निवेशकों की ओर से जारी बिकवाली के चलते बाजार का मनोबल कमजोर रहा। कारोबार के अंत में सेंसेक्स 519 अंक टूटकर 83,459 के स्तर पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी 165 अंक फिसलकर 25,597 पर पहुंच गया। आईटी, यूटिलिटी और मेटल सेक्टर के शेयरों में सबसे अधिक गिरावट दर्ज की गई। बीएसई स्मॉलकैप और मिडकैप इंडेक्स भी लाल निशान में रहे।
बाजार में गिरावट के 5 मुख्य कारण
विदेशी निवेशकों की लगातार बिकवाली
विदेशी संस्थागत निवेशक (FIIs) लगातार भारतीय शेयर बाजार से पैसे निकाल रहे हैं। सोमवार, 3 नवंबर को उन्होंने ₹1,883.78 करोड़ के शेयर बेचे। 29 अक्टूबर से अब तक FIIs कुल ₹14,269 करोड़ की बिकवाली कर चुके हैं। जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के चीफ इन्वेस्टमेंट स्ट्रैटेजिस्ट डॉ. वी.के. विजयकुमार ने कहा, “विदेशी निवेशकों की बिकवाली ने बाजार की तेजी को रोक दिया है। ऊंचे वैल्यूएशन और सीमित अर्निंग ग्रोथ के कारण वे फिलहाल सस्ते और उच्च ग्रोथ वाले बाजारों में निवेश कर रहे हैं।”
कमजोर ग्लोबल संकेत
एशियाई बाजारों में भी कमजोरी देखने को मिली। साउथ कोरिया का कोस्पी, जापान का निक्केई 225, और चीन का शंघाई कंपोजिट इंडेक्स सभी लाल निशान में बंद हुए। टेक शेयरों में हालिया तेजी के बाद निवेशकों ने मुनाफावसूली की। अमेरिकी वॉल स्ट्रीट फ्यूचर्स में भी 1.1% की गिरावट दर्ज हुई, जिससे ग्लोबल मार्केट्स में दबाव बना रहा।
तिमाही नतीजों से कमजोर सेंटिमेंट
सितंबर तिमाही (Q2) के नतीजों में अपेक्षा से कम बढ़त देखने को मिली। बैंकिंग सेक्टर ने स्थिर प्रदर्शन किया, लेकिन आईटी कंपनियों के नतीजे कमजोर रहे। डॉ. विजयकुमार के अनुसार, “FY26 में कुल कमाई की ग्रोथ धीमी रह सकती है, हालांकि FY27 में लगभग 15% सुधार की संभावना है।”
मुनाफावसूली का दौर
मेटल, ऑटो और बैंकिंग शेयरों में हालिया तेजी के बाद निवेशकों ने मुनाफा निकालना शुरू कर दिया है। प्रभुदास लीलाधर के सीईओ संदीप रायचुरा ने कहा, “हालिया रैली के बाद बाजार में कुछ मुनाफावसूली स्वाभाविक है। हालांकि, घरेलू इक्विटी की स्थिति अभी भी मजबूत है। बाजार अब दिसंबर तिमाही के नतीजों और ग्लोबल संकेतों का इंतजार कर रहा है।”
आईटी शेयरों पर दबाव
अमेरिका के कमजोर आर्थिक आंकड़ों और फेडरल रिजर्व के बयानों से आईटी सेक्टर पर असर पड़ा। टीसीएस (TCS) और इंफोसिस (Infosys) के शेयरों में 1% तक की गिरावट आई।