पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा (Khyber Pakhtunkhwa) प्रांत में आतंकवाद और कानून व्यवस्था की लचर स्थिति एक बार फिर सामने आई है। गुरुवार देर रात नॉर्थ वजीरिस्तान (North Waziristan) जिले में एक मदरसे में हुए भीषण बम धमाके से दो बच्चों की मौत से पूरे इलाके में हाहाकार मच गया।
मदरसा पूरी तरह तबाह, चीख-पुकार मची
यह दर्दनाक घटना नॉर्थ वजीरिस्तान जिले के खुशहाली गांव के अयाज़ कोट इलाके में स्थित मदरसे में हुई। कुछ अज्ञात हमलावरों ने मदरसे में शक्तिशाली बम लगाया था। धमाका इतना ज़बरदस्त था कि इमारत पूरी तरह से तबाह हो गई जिसके बाद मौके पर चीख-पुकार और अफरा-तफरी मच गई।
दो मासूमों की मौत, आठ घायल
इस दिल दहला देने वाले बम धमाके में दो बच्चों की दुखद मौत हो गई जबकि आठ अन्य बच्चे घायल हो गए। घायलों को तुरंत पास के अस्पताल ले जाया गया जहां उनका इलाज चल रहा है। इस हमले ने एक बार फिर शिक्षा संस्थानों को निशाना बनाए जाने की क्रूरता को दर्शाया है।
पुलिस ने शुरू की जांच, TTP पर संदेह
मदरसे में हुए विस्फोट के बाद स्थानीय पुलिस ने तुरंत मामले की जांच शुरू कर दी है। हालांकि खबर लिखे जाने तक किसी भी संगठन ने इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है लेकिन पाकिस्तान में सुरक्षा मामलों के जानकार यह आशंका जता रहे हैं कि इस कायराना हरकत के पीछे प्रतिबंधित आतंकी संगठन तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP) का हाथ हो सकता है। टीटीपी अक्सर खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में इस तरह के आतंकी हमलों को अंजाम देता रहता है।
600 बच्चों का भविष्य अधर में
इस धमाके का एक और बड़ा और दुखद पहलू यह है कि मदरसे के तबाह होने से वहां पढ़ने वाले 600 बच्चों की पढ़ाई पर सीधा असर पड़ेगा। जानकारी के अनुसार अयाज़ कोट इलाके में यह मदरसा ही एकमात्र शिक्षण संस्थान था। इस हमले ने न केवल सुरक्षा बल्कि बच्चों की शिक्षा के अधिकार को भी खतरे में डाल दिया है।