सिख धर्म के दो प्रमुख तख्तों के बीच चल रहे लंबे विवाद को आज एक अहम बैठक के बाद सुलझा लिया गया। जत्थेदार कुलदीप सिंह गड़गज्ज ने श्री अकाल तख्त साहिब और तख्त श्री पटना साहिब के बीच चल रहे धार्मिक विवाद को समाप्त करने का ऐलान किया है। यह निर्णय सिख क़ौम की एकता और गुरमत मर्यादा को ध्यान में रखते हुए लिया गया है।
तनख्वाह के मुद्दे पर लिए गए फैसले
जत्थेदार कुलदीप सिंह गड़गज्ज ने जानकारी दी कि तख्त श्री पटना साहिब प्रबंधक समिति द्वारा तनखैया घोषित करने के संबंध में किए गए सभी फैसले वापस ले लिए गए हैं। इनमें जथेदार कुलदीप सिंह गड़गज्ज, बाबा टेक सिंह धनौला, और अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल के खिलाफ जो फैसले लिए गए थे, वे अब समाप्त कर दिए गए हैं। इसके साथ ही, समिति की ओर से जथेदार गड़गज्ज और अन्य सिखों के सम्मान को ठेस पहुँचाने के लिए माफी भी मांगी गई है।
सिख समुदाय में शांति की उम्मीद
यह फैसले सिख समुदाय में शांति की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माने जा रहे हैं। कई महीनों से चल रहे तनावपूर्ण माहौल को देखते हुए, इस निर्णय से अब शांति के संकेत मिल रहे हैं।
रंजीत सिंह ग़ौहर को दिया गया निर्देश
इस दौरान, जत्थेदार गड़गज्ज ने रंजीत सिंह ग़ौहर-ए-मस्कीन को आदेश दिया कि वे पटना साहिब प्रबंधक समिति के खिलाफ दर्ज मुकदमा वापस लें। साथ ही, उन्हें यह भी निर्देश दिया गया कि वे मीडिया के माध्यम से कोई बयानबाजी न करें और इस विवाद को सीधे संवाद के जरिए हल करने का प्रयास करें।