साध्वी प्राची ने हाल ही में मुजफ्फरनगर में एक बड़ा बयान दिया है, जिसमें उन्होंने लड़कियों के वैवाहिक जीवन और सोशल मीडिया के इस्तेमाल पर चिंता जताई है। उन्होंने प्रेमानंद जी महाराज और दीदी मां ऋतंभरा का समर्थन करते हुए कहा कि अगर कोई लड़की कई लड़कों के साथ संबंध रखती है, तो उसका वैवाहिक जीवन सफल नहीं हो पाएगा।
पति को परमेश्वर मानने की संस्कृति पर जोर
साध्वी प्राची ने भारतीय संस्कृति का हवाला देते हुए कहा कि हमारे यहां पति को परमेश्वर का दर्जा दिया जाता है। उन्होंने मेरठ और मुस्कान जैसे कई मामलों का जिक्र किया, जहां पत्नियों ने अपने पतियों की हत्या कर दी। उन्होंने इन घटनाओं को बहु-संबंधों का दुष्परिणाम बताया और कहा कि यह सोच समाज के लिए घातक है।
सोशल मीडिया और अश्लीलता पर चेतावनी
साध्वी प्राची ने माता-पिता से अपील की है कि वे अपनी बेटियों को सोशल मीडिया, खासकर इंस्टाग्राम से दूर रखें। उन्होंने सावन की कांवड़ यात्रा के दौरान कुछ लड़कियों द्वारा बनाए गए अश्लील वीडियो की निंदा की। उन्होंने कहा कि ये वीडियो हमारी संस्कृति और आस्था का अपमान हैं और सिर्फ पैसों के लालच में ऐसा करना शर्मनाक है। उन्होंने माता-पिता से आग्रह किया कि वे अपनी बेटियों को सोशल मीडिया का सही इस्तेमाल सिखाएं।
छांगुर बाबा को फांसी की मांग
धर्मांतरण और यौन शोषण के आरोपों में घिरे छांगुर बाबा के मामले में साध्वी प्राची ने सख्त रुख अपनाया। उन्होंने कहा कि ऐसे देशद्रोहियों को फांसी की सजा मिलनी चाहिए, जो हिंदुस्तान में रहकर धर्म परिवर्तन कराते हैं। उन्होंने यूपी की भाजपा सरकार की तारीफ करते हुए कहा कि ऐसे लोगों का पर्दाफाश हो रहा है और उन्हें कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए।
मदरसों पर लगाए गंभीर आरोप
साध्वी प्राची ने शाहजहांपुर में पहले दिए गए अपने बयान को दोहराया, जिसमें उन्होंने मदरसों को आतंकवाद की फैक्ट्री कहा था। उन्होंने आरोप लगाया कि मदरसों में धार्मिक शिक्षा के बजाय धर्मांतरण और गलत ट्रेनिंग दी जाती है।