जनसुराज पार्टी के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने गृहमंत्री अमित शाह पर राज्य से बाहर बिहारियों पर हो रहे जुल्म पर चुप रहने का आरोप लगाते हुए कहा कि अपने प्रस्तावित सीतामढ़ी आगमन के दौरान अमित शाह को जवाब देना होगा कि जब महाराष्ट्र में बिहारियों को पीटा जा रहा था तब वे चुप क्यों थे?
बिहार में कभी रात नहीं गुजारते हैं...
प्रशांत किशोर ने सीतामढ़ी में आयोजित एक कार्यक्रम में मंगलवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह और कांग्रेस के नेता राहुल गांधी बिहार में कभी रात नहीं गुजारते हैं। बस चुनाव के समय उनका आना जाना बढ़ जाता है। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में भाजपा की सरकार के होते हुए जब बिहारियों पर जुल्म होता है तो गृहमंत्री चुप्पी क्यों साध लेते हैं? प्रशांत किशोर ने विशेष गहन पुनरीक्षण के बाद ड्राफ्ट सूची से गायब 65 लाख मतदाताओं की चर्चा करते हुए कहा कि चुनाव आयोग नागरिकों की सूची और पहचानपत्र बनाने के लिए है, उसे नागरिकता तय करने का अधिकार नही है। उन्होंने कहा कि जिन नागरिकों का नाम ड्राफ्ट सूची में नही है, उन्हें घबड़ाने की जरूरत नही है। उनकी लड़ाई जनसुराज लडे़गा।
सरकार लोगों को बेवकूफ बना रही...
जनसुराज के सूत्रधार ने बिहार में डोमिसाइल नीति लागू होने पर कहा कि सरकार लोगों को बेवकूफ बना रही है। बिहार में अभी सिर्फ टी आर ई-4 के लिए डोमिसाइल में बदलाव को सूचित किया गया है। इससे पहले 3 लाख शिक्षकों की बहाली हो गई, जिसमें ज्यादातर बिहार से बाहर के लोगों का फायदा हुआ है। उन्होंने कहा कि 2024 के लोकसभा चुनाव के पहले नीतीश कुमार ने प्रधानमंत्री बनने की लालच में डोमिसाइल नीति बदली और बिहार के बच्चों का हक छीनकर दूसरे राज्य के लोगों को दे दिया। अब बिहार में विधानसभा चुनाव है तो कह रहे हैं कि टी आर ई-4 में डोमिसाइल के लिए बदलाव किया जाएगा। लेकिन यह नहीं बता रहे कि इसमें कितना प्रतिशत बिहार के लोग रहेंगे। यदि डोमिसाइल लागू हो रही है तो बिहार के सौ प्रतिशत बच्चों को नौकरी मिलनी चाहिए। उन्होंने कहा कि पिछले 20 साल से कुछ नही करने वाली सरकार अचानक जमीन खिसकती देख कर जाग गयी है और घोषणाओं से अपनी गलतियां छुपा रही है।