Saturday, December 13, 2025
BREAKING
Digital Census: 2027 तक पूरी होगी भारत की जनगणना, कैबिनेट ने दी ₹11,718 करोड़ बजट को मंजूरी ‘वंदे मातरम्' और चुनाव सुधारों पर चर्चा के दौरान सत्तापक्ष की धज्जियां उड़ा दीं: ​​​राहुल गांधी Ozempic Price India: Diabetes के मरीजों के लिए खुशखबरी! ₹2200/सप्ताह में मिलेगा दुनिया का 'सबसे बिकने वाला' इंजेक्शन IndiGo Crisis : फ्लाइट संकट के बाद DGCA की सख्त नजर, इंडिगो CEO दो दिन लगातार तलब Delhi New District: दिल्ली का नया नक्शा तैयार: 11 की जगह अब 13 जिले, रेखा गुप्ता की सरकार ने दी मंजूरी विनेश फोगाट का U-turn...वापस लिया रिटायरमेंट का फैसला, फिर अखाड़े में उतरेंगी स्टार पहलवान लोकसभा में राहुल गांधी ने उठाया प्रदूषण का मुद्दा, कहा- हम क्या करने वाले हैं इस पर बात हो Marital Rape पर शशि थरूर का बड़ा बयान- 'पति को सजा क्यों नहीं? यह न्याय का मज़ाक है!' Dharmendra Prayer Meet: आंखों में सूनापन और आंसू लिए अपने धर्मेंद्र की तस्वीर को निहारती दिखीं हेमा मालिनी, देखें भावुक करने वाली तस्वीरें Delhi School Fees: दिल्ली के प्राइवेट स्कूलों पर लगाम—लागू हुआ नया फीस रेगुलेशन कानून

दुनिया

भारत के लिए फिर गंभीर खतरा! पाकिस्तान में तुर्की की ड्रोन यूनिट शुरू, अब बना रहा है बायराकटार-लेवल के कॉम्बैट ड्रोन

11 दिसंबर, 2025 02:31 PM

दक्षिण एशिया में हथियारों की होड़ एक नए दौर में प्रवेश कर चुकी है। तुर्की अब सिर्फ पाकिस्तान को ड्रोन बेचने तक सीमित नहीं है, बल्कि उसने पाकिस्तान में ही एक ड्रोन असेंबली और निर्माण सुविधा स्थापित करने की तैयारी शुरू कर दी है। यह कदम ऐसे समय में उठाया गया है जब भारत-पाकिस्तान के बीच मई में हुआ संघर्ष विराम टूटने के बाद दोनों देशों के संबंध और भी तनावपूर्ण बने हुए हैं। इस फैसले का प्रभाव सीधे भारत की सुरक्षा पर पड़ सकता है।

तुर्की की यह सुविधा पाकिस्तान में स्टील्थ तकनीक वाले, लंबी दूरी तक उड़ान भरने वाले कॉम्बैट UAV तैयार करेगी। यानी अब आधुनिक युद्धक ड्रोन पाकिस्तान में ही जमीन पर बनाए जाएंगे, वह भी भारत की सीमा से ज्यादा दूर नहीं। इससे पाकिस्तान को ऐसी तकनीक मिल जाएगी, जिसे अब तक अमेरिका या पश्चिमी देशों के नियंत्रण और अनुमति के बिना हासिल करना मुश्किल था।

तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोआन पिछले कुछ वर्षों में तेजी से अपना रक्षा नेटवर्क विस्तार कर रहे हैं। उनके नेतृत्व में तुर्की के रक्षा निर्यात 30 प्रतिशत बढ़कर 7.5 अरब डॉलर तक पहुंच चुके हैं। एर्दोआन अब मुस्लिम देशों और गैर-पश्चिमी राष्ट्रों के बीच ऐसा रक्षा आपूर्ति तंत्र बना रहे हैं, जो पूरी तरह पश्चिमी हथियार कंपनियों और उनके राजनीतिक दबाव से मुक्त हो।

इस साझेदारी से पाकिस्तान को न सिर्फ उन्नत तकनीक वाले "Bayraktar स्तर" के ड्रोन मिलेंगे, बल्कि उन्हें बनाने की क्षमता भी मिलेगी। पाकिस्तान को इससे ऐसी रक्षा दावेदारी हासिल होगी, जो उसे पश्चिमी देशों के किसी निरीक्षण, मंजूरी या प्रतिबंध के दबाव से बाहर रखेगी। वहीं तुर्की को एक नया रणनीतिक फायदा मिलेगा। वह पाकिस्तान को दक्षिण एशिया में अपना उत्पादन केंद्र बनाकर लगभग 3 ट्रिलियन डॉलर के क्षेत्रीय हथियार बाजार में प्रवेश कर सकेगा।

यह पूरा घटनाक्रम भारत के लिए गंभीर चिंता का विषय बन सकता है। पाकिस्तान अपनी ड्रोन क्षमता को तेजी से बढ़ाएगा और भारत इस तकनीक पर कोई सीधा प्रतिबंध या रोक नहीं लगा सकता। इससे सीमा सुरक्षा और भारत की मौजूदा काउंटर-ड्रोन रणनीति पर पुनर्विचार की जरूरत पड़ेगी। विशेषज्ञों की मानें तो भारत अब अपने स्वदेशी ड्रोन्स के विकास में तेजी लाएगा, साथ ही अमेरिका और इज़राइल के साथ रक्षा साझेदारी को भी और मजबूत करेगा।

इस बीच, चीन भी इस नए समीकरण से असहज है। पाकिस्तान लंबे समय से चीन के हथियारों पर निर्भर रहा है, लेकिन तुर्की की इस एंट्री से बीजिंग के पारंपरिक बाजार में प्रतिस्पर्धा बढ़ जाएगी। तुर्की पहले ही इंडोनेशिया को लड़ाकू विमान बेच चुका है और सऊदी अरब से लेकर सीरिया तक कई देश तुर्की के हथियारों की लाइन में खड़े हैं। अब पाकिस्तान तुर्की की दक्षिण एशिया रणनीति का प्रमुख केंद्र बन सकता है, जो आगे चलकर अफगानिस्तान, मध्य एशियाई देशों और संभवतः ईरान को भी ड्रोन सप्लाई कर सकता है।

कुल मिलाकर, पाकिस्तान ने तुर्की की मदद से अपनी ड्रोन कमजोरी को दूर कर लिया है। भारत के लिए यह एक नई सुरक्षा चुनौती है, क्योंकि दक्षिण एशिया में अब एक मल्टीपोलर (बहुध्रुवीय) हथियारों की दौड़ शुरू हो चुकी है—जहां न कोई पश्चिमी बिचौलिया है और न कोई राजनीतिक शर्त। यह बदलाव आने वाले वर्षों में क्षेत्रीय सुरक्षा ढांचे को पूरी तरह बदल सकता है।

 

Have something to say? Post your comment

और दुनिया खबरें

चीन ने बनाया 170 फुटबॉल मैदानों के बराबर दुनिया का सबसे बड़ा रेलवे स्टेशन, देखकर चौंक जाएंगे आप

चीन ने बनाया 170 फुटबॉल मैदानों के बराबर दुनिया का सबसे बड़ा रेलवे स्टेशन, देखकर चौंक जाएंगे आप

Madrasa Bomb Blast: जुमे की नमाज़ से पहले मदरसे में भीषण बम धमाका, बच्चों की मौत से सहमा यह देश, मची चीख-पुकार

Madrasa Bomb Blast: जुमे की नमाज़ से पहले मदरसे में भीषण बम धमाका, बच्चों की मौत से सहमा यह देश, मची चीख-पुकार

कांप उठी धरती... इस देश में लगातार आ रहे भूकंप, डरे सहमे लोग घरों से भाग रहे बाहर

कांप उठी धरती... इस देश में लगातार आ रहे भूकंप, डरे सहमे लोग घरों से भाग रहे बाहर

पीएम मोदी ने इजरायल के पीएम नेतन्याहू से फोन पर की बात, इन मुद्दों पर की चर्चा

पीएम मोदी ने इजरायल के पीएम नेतन्याहू से फोन पर की बात, इन मुद्दों पर की चर्चा

अंटार्कटिका में नवनिर्मित मैत्री-II केन्द्र स्थापित करने की योजना, कुल 29.2 करोड़ रुपए स्वीकृत

अंटार्कटिका में नवनिर्मित मैत्री-II केन्द्र स्थापित करने की योजना, कुल 29.2 करोड़ रुपए स्वीकृत

ऑपरेशन सागर बंधु : श्रीलंका में भारतीय सेना ने किया 5 हजार से अधिक लोगों का उपचार

ऑपरेशन सागर बंधु : श्रीलंका में भारतीय सेना ने किया 5 हजार से अधिक लोगों का उपचार

डेमोक्रेट्स ने उठाए ट्रंप की नीतियों पर सवाल, चेताया-ज्यादा टैरिफ से भारत को खो देगा अमेरिका

डेमोक्रेट्स ने उठाए ट्रंप की नीतियों पर सवाल, चेताया-ज्यादा टैरिफ से भारत को खो देगा अमेरिका

अमेरिकी संसद में गूंजी भारत और अमेरिका के बिगड़ते रिश्तों की तकरार, भड़का अमेरिकी विपक्ष बोला- नोबल नहीं मिला तो....

अमेरिकी संसद में गूंजी भारत और अमेरिका के बिगड़ते रिश्तों की तकरार, भड़का अमेरिकी विपक्ष बोला- नोबल नहीं मिला तो....

रेगिस्तान में बारिश से तबाही ! मक्का-मदीना में आई कयामत, रेड अलर्ट जारी

रेगिस्तान में बारिश से तबाही ! मक्का-मदीना में आई कयामत, रेड अलर्ट जारी

Social Media Ban: ऑस्ट्रेलिया ने आज से 16 से कम उम्र के बच्चों को कहा– No Facebook, No Instagram!

Social Media Ban: ऑस्ट्रेलिया ने आज से 16 से कम उम्र के बच्चों को कहा– No Facebook, No Instagram!