चंडीगढ़, 26 जुलाई — नशा-मुक्त भारत अभियान के द्वितीय चरण के अंतर्गत श्री अनूप सरीन, समाजसेवी एवं भारतीय सांस्कृतिक ज्ञान के संस्थापक, ने आज श्री गुरु गोबिन्द सिंह सीनियर सेकेंडरी स्कूल, सेक्टर 35-बी, चंडीगढ़ में एक जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया।
इस अवसर पर श्रीमती कमल सिसोदिया, कमांडेंट, केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल, चंडीगढ़ ने मुख्य अतिथि के रूप में अपने विचार साझा करते हुए कहा, "देश के दुश्मन युवाओं को नशे की ओर धकेलकर राष्ट्र की रीढ़ को कमज़ोर करना चाहते हैं। हमें यह सुनिश्चित करना है कि युवा नशे से दूर रहें, राष्ट्रप्रेम से प्रेरित हों और सेना व अर्धसैनिक बलों में भर्ती होकर देशसेवा करें।" उन्होंने यह भी बताया कि युवा किसी भी राष्ट्र की ऊर्जा होते हैं, और उनकी शक्ति समाज व देश के विकास में निर्णायक भूमिका निभाती है।
उन्होंने स्वस्थ जीवनशैली अपनाने—जैसे नियमित व्यायाम, संतुलित आहार, पर्याप्त नींद और तनाव प्रबंधन—पर बल दिया और उपस्थित सभी छात्रों को हर प्रकार के नशे, यहां तक कि इंटरनेट की लत से भी दूर रहने की शपथ दिलाई।
कार्यक्रम में पी.जी.आई. चंडीगढ़ के शिशु एवं किशोर मनोरोग चिकित्सा विभाग के अतिरिक्त प्रोफेसर डॉ. अखिलेश शर्मा ने भी विद्यार्थियों को संबोधित किया। उन्होंने नशीली दवाओं के दुष्प्रभावों को रेखांकित करते हुए बताया कि यह केवल व्यक्ति विशेष ही नहीं, बल्कि पूरे परिवार और समाज को प्रभावित करती है। उन्होंने बच्चों को सलाह दी कि यदि कोई नशीले पदार्थों के लिए दबाव डाले तो तुरंत शिक्षक या परिजनों को सूचित करें।
कार्यक्रम के अंत में छात्रों ने "नशामुक्त भारत" के स्लोगन लिखी तख्तियाँ लहराकर नशे के खिलाफ एकजुटता दिखाई और संकल्प लिया कि वे किसी भी प्रकार के नशे से दूर रहेंगे।
इस अवसर पर श्रीमती परमिंदर जीत मान, हरीश चंद्र, अशोक शर्मा, अशोक कुमार मित्रा, सुदर्शन पराशर, हरेंद्र सिन्हा, विश्व गुप्ता, राकेश कनौजिया, नरेश गोयल, शैली गर्ग, वीराध्या एवं अतुल कपूर जैसे गणमान्य नागरिकों की प्रेरणादायक उपस्थिति रही।