ब्यास: मैराथन धौड़ा फौजा सिंह का निधन हो गया है। उनका अंतिम संस्कार अब कुछ ही देर में उनके पैतृक गांव ब्यास में किया जाएगा। अंतिम यात्रा की शुरुआत हो चुकी है और इसमें पंजाब के प्रमुख राजनीतिक नेता भी शामिल हैं। पंजाब के राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया ने फौजा सिंह को श्रद्धांजलि अर्पित की और उनके परिवार के साथ दुख साझा किया। इसके साथ ही, मुख्यमंत्री भगवंत मान भी इस अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए कुछ देर में पहुंचने वाले हैं।
114 वर्ष की आयु में दिया आखिरी सलाम: हादसे में हुआ निधन
फौजा सिंह ने 114 साल की उम्र में इस दुनिया को अलविदा कहा। उनका निधन एक दर्दनाक दुर्घटना में हुआ, जब एक फॉर्च्यूनर कार ने उन्हें टक्कर मार दी। यह हादसा उनके घर से कुछ ही दूरी पर हुआ और इस घटना ने न केवल पंजाब बल्कि पूरे देश को झकझोर कर रख दिया।
एनआरआई युवक ने मारी थी टक्कर, पुलिस ने 30 घंटे में की गिरफ्तारी
घटना के बाद, टक्कर मारने वाला युवक अमृतपाल सिंह ढिल्लों, जो एक एनआरआई था, मौके से फरार हो गया था। लेकिन जलंधर ग्रामीण पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए उसे 30 घंटे के भीतर गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने आरोपी के पास से फॉर्च्यूनर गाड़ी भी बरामद की। आरोपी को अदालत में पेशी के बाद जेल भेज दिया गया है।
राजनीतिक और समाजिक हस्तियों ने फौजा सिंह को श्रद्धांजलि अर्पित की
फौजा सिंह, जिन्होंने अपनी उम्र के बावजूद मैराथन दौड़ में कई रिकॉर्ड बनाए और दुनियाभर में भारत का नाम रोशन किया, उनके निधन पर राजनीतिक और समाजिक हस्तियों ने गहरा दुख व्यक्त किया। पंजाब सरकार के साथ ही, खेल जगत और समाज के अन्य वर्गों ने भी उनके योगदान को याद करते हुए श्रद्धांजलि अर्पित की है।