श्रीनगर। कश्मीर के कुलगाम जिले में आतंकवादियों के खिलाफ पिछले 11 दिनों से जारी अभियान को मंगलवार को रोक दिया गया है। सुरक्षा अधिकारियों ने बताया कि शनिवार की सुबह से ही आतंकवादियों की कोई सुगबुगाहट नहीं मिल रही थी। संभव है कि आखल के घने जंगल और उबड़-खाबड़ क्षेत्र के कारण वो बच कर निकल गए हों इसीलिए अभियान को बंद कर दिया गया है। हालांकि, पूरे अभियान के दौरान सुरक्षा बलों ने जमीनी खोज अभियान के साथ ड्रोन और थर्मल इमेजिंग तकनीकों का भी प्रयोग किया था। साथ ही खोजी कुत्तों का भी प्रयोग किया गया था।
सुरक्षा अधिकारियों ने बताया कि एक विश्वनीय सूचना के आधार पर आखल क्षेत्र में संयुक्त अभियान शुरू किया गया था। आरंभिक मुठभेड़ में कथित तौर पर एक स्थानीय आतंकवादी मारा गया था। हालांकि, अभियान शुरू होने के एक सप्ताह बाद आतंकवादियों की ओर से भीषण गोलीबारी शुरू हो गई, जिसमें सेना के आतंकरोधी दस्ते के दो सैनिक शहीद हो गए थे और आठ अन्य सैनिक घायल हो गए थे। शहीद लांस नायक प्रीतपाल सिंह पंजाब के खन्ना क्षेत्र के मनुपुर गांव के रहने वाले थे और शहीद सिपाही हरमिंदर सिंह पंजाब के मंडी गोविंदगढ़ क्षेत्र के बदीनपुर गांव के रहने वाले थे।