देश के 17वें उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए मतदान जारी है लेकिन पंजाब से दो प्रमुख निर्दलीय सांसदों ने इस चुनावी प्रक्रिया से दूरी बनाने का फैसला किया है। फरीदकोट से सांसद सरबजीत सिंह खालसा और खडूर साहिब से सांसद अमृतपाल सिंह ने घोषणा की है कि वे उपराष्ट्रपति चुनाव में वोट नहीं डालेंगे।
दोनों सांसदों ने मतदान का बहिष्कार कर अपनी असहमति और विरोध दर्ज कराया है। हालाँकि उन्होंने इस फैसले के पीछे की वजह का अभी तक आधिकारिक तौर पर खुलासा नहीं किया है लेकिन राजनीतिक गलियारों में माना जा रहा है कि यह उनका केंद्र सरकार की कुछ नीतियों या मौजूदा राजनीतिक स्थिति के प्रति विरोध जताने का एक तरीका है।
विशेषज्ञों का कहना है कि दोनों सांसदों का यह कदम भले ही उपराष्ट्रपति चुनाव के नतीजों पर सीधा असर न डाले क्योंकि यह एक प्रतीकात्मक विरोध है लेकिन इसका एक बड़ा राजनीतिक महत्व है। उनके इस फैसले ने निश्चित तौर पर राष्ट्रीय स्तर पर राजनीतिक बहस छेड़ दी है।
यह बहिष्कार ऐसे समय में हुआ है जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित सभी दलों के सांसद अपने मताधिकार का प्रयोग कर रहे हैं। उपराष्ट्रपति चुनाव में एनडीए के उम्मीदवार सीपी राधाकृष्णन और इंडिया ब्लॉक के प्रत्याशी बी. सुदर्शन रेड्डी आमने-सामने हैं।