चंडीगढ़: हरियाणा विधान सभा अध्यक्ष हरविन्द्र कल्याण ने कहा कि शहरी स्थानीय निकायों के अध्यक्षों के दो-दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन के समापन संवाद के दौरान देश भर से आए भागीदारों ने संसद भवन के सेंट्रल हॉल में अपने विचार रखे। माननीय लोकसभा अध्यक्ष श्री ओम बिरला जी की विशेष इच्छा थी कि माइक ज़्यादा से ज़्यादा महिलाओं के हाथों में पहुंचाया जाए। एक-एक कर के धरातल से जुड़ी महिलाओं की आवाज़, उनके विचार और उनके अनुभव सदन में गूंजने लगे। उस क्षण यह केवल एक संवाद नहीं, एक मिसाल बननी शुरू हुई, जिसने सभी के हृदय को छू लिया।
एक महिला प्रतिभागी ने कहा कि जिस देश में महिलाओं का इतिहास अति-संघर्षपूर्ण रहा हो, उस देश में छोटे से शहर से आई महिला प्रतिनिधि, देश की सबसे बड़ी पंचायत ‘संसद भवन’ में खड़े होकर निडरता से अपनी बात रख रही हूं, यह अवसर अविस्मरणीय है। वहीं दूसरी महिला प्रतिभागी ने कहा कि सम्मेलन में ऐसा लगा मानो देश के अलग-अलग कोनों से फूल चुनकर एक गुलदस्ता तैयार किया गया जिससे मन गौरवान्वित हो गया। एक महिला प्रतिभागी ने कहा कि जो सीखने, नवविचार साझा करने तथा नेतृत्व-निर्माण का अवसर इस सम्मेलन द्वारा सभी प्रतिभागियों को मिला, उनकी इच्छा है कि यह धरातल से जुड़े हर उस व्यक्ति को मिले जो देश में जन-सेवा में अपना योगदान दे रहा है। वहीं एक महिला प्रतिभागी ने अपने नगर निगम को भारत का सर्वश्रेष्ठ नगर निगम बनाने का प्रण लिया।
बतौर एक जनसेवक या राजनीतिज्ञ यह चारों ही बिंदु हरियाणा विधान सभा अध्यक्ष हरविन्द्र कल्याण के अध्ययन के हैं। वे कहते हैं कि चाहे विषय अपने देश की विरासत को संभालने का हो, अपने साथ-साथ औरों के नेतृत्व के निर्माण करने का हो, निडरता और सच से अपनी बात रखने का हो या किसी ज़िम्मेदारी मिलने पर एक ऐसा लक्ष्य तैयार करने का हो जो सभी के हित में तथा देश के विकास के लिए हो।
श्री कल्याण ने कहा कि हमारे देश में पीढ़ियों तक महिलाओं ने त्याग, समर्पण और चुनौतीपूर्ण जीवन जिया है। शक्ति, क्षमता और नेतृत्व से वे तब भी उतनी ही परिपूर्ण थीं, जितनी कि आज। फर्क था नज़रिए का, स्वीकृति का, अवसर और अधिकार में उनकी बराबरी के हिस्से का। आज हम महिला सशक्तिकरण के उद्देश्य की ओर बहुत आगे बढ़ चुके हैं, परन्तु अभी और आगे जाने की आवश्यकता है।
विस अध्यक्ष हरविन्द्र कल्याण ने इस सम्मेलन के सभी प्रतिभागियों का हरियाणा की भूमि पर पधारने के लिए अभिवादन किया। साथ ही अपने शहरों के विकास हेतु सार्थक और सीख से भरपूर कार्यशैली की शुभकामनाएं दीं।