सिरसा।(सतीश बंसल).. भारत विकास परिषद् शाखा सिरसा द्वारा बच्चों के सर्वांगीण विकास एवं संस्कारयुक्त समाज निर्माण हेतु 21 मई से 23 मई तक जीआरजी विद्यालय में तीन दिवसीय बाल संस्कार शिविर का आयोजन मातृशक्ति के द्वारा शाखा अध्यक्ष सविता बंसल की अध्यक्षता व गतिविधि संयोजक महिला सहभागिता सुमन गौतम के नेतृत्व में किया रहा है। 21 मई को शिविर का शुभारंभ विद्यालय प्रांगण में दीप प्रज्ज्वलन एवं वंदेमातरम के सामूहिक गायन के साथ हुआ। क्षेत्रीय सचिव संस्कार हरिओम भारद्वाज की गरिमामयी उपस्थिति रही व उनका उत्कृष्ट मार्गदर्शन मिला तथा उनके द्वारा दीप प्रज्वलन किया गया। कार्यक्रम की गरिमा को बढ़ाते हुए सिरसा एजुकेशन सोसायटी के अध्यक्ष अरविंद बंसल व महासचिव सुरेश गोयल ने बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की। उन्होंने कहा कि आज के समय में इस तरह के संस्कार शिविर समय-समय पर लगाए जाने चाहिए, ऐसे शिविर बच्चों के सर्वांगीण विकास में अत्यंत सहायक होते हैं। मंच संचालन मनोज भारत सचिव शाखा सिरसा एवं वीना मेहता प्रकल्प प्रमुख द्वारा कुशलतापूर्वक किया गया। शिविर का मुख्य उद्देश्य भावी पीढ़ी में नैतिकता, सेवा, संस्कार व देशप्रेम जैसे मूल्यों का संचार करना है। कार्यक्रम में रजनी फुटेला द्वारा बच्चों से राष्ट्रगीत का गायन करवाया गया तथा हरिओम भारद्वाज ने शिविर गीत देश हमें देता है सब कुछ और राष्ट्रभक्ति से ओतप्रोत गीत विद्यार्थियों को सिखाया और उसके माध्यम से देशभक्ति, नि:स्वार्थ सेवा व कर्तव्यबोध का संदेश दिया।
प्रथम दिवस योगाचार्य किरण भल्ला राज्य कार्यकारिणी सदस्य पतंजलि ने बच्चों को विभिन्न योगासनों एवं प्राणायाम का अभ्यास करवाया, जिससे बच्चों में एकाग्रता, आत्मविश्वास एवं शारीरिक लचीलापन उत्पन्न हुआ। वीना मेहता ने प्रेरणादायक कहानी के माध्यम से बच्चों को नैतिक मूल्यों व ईश्वर भक्ति के प्रति जागरूक किया। अर्चना शर्मा ने रामायण के श्लोकों का अर्थ सहित उच्चारण कराते हुए उनकी आध्यात्मिक व बौद्धिक उपयोगिता को सरलता से समझाया। डा. वंदना गोयल ने बच्चों को संतुलित आहार, दिनचर्या व जंक फूड से होने वाले नुकसान के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी दी। उन्होंने समझाया कि शरीर को स्वस्थ रखने के लिए प्रकृति से जुड़ा आहार ही श्रेष्ठ होता है। प्रमोद गौतम जिला समन्वयक ने बच्चों को मानसिक, शारीरिक एवं आध्यात्मिक विकास के लिए नियमित अध्ययन, सकारात्मक संगति और अच्छे साहित्य की भूमिका पर प्रकाश डाला। रेवती ने बच्चों को मेहंदी की कलात्मक विधि सिखायी। भारती द्वारा ग्लास पेंटिंग सिखाई गई, जिसमें बच्चों ने रचनात्मकता का परिचय दिया। एकता द्वारा बच्चों को कत्थक नृत्य की मूल मुद्राएं सिखाई गई, जिससे बच्चों में भारतीय संस्कृति के प्रति रुचि और समझ विकसित हुई। इस शिविर में कुल 110 बच्चों ने भाग लिया और उन्होंने विभिन्न गतिविधियों का भरपूर लाभ उठाया। बच्चों को फल, बिस्किट व शीतल पेय पदार्थ दिया गया। कार्यक्रम के समापन पर शाखा के वरिष्ठ सदस्य रमेश जींदगर ने सभी अतिथियों, प्रशिक्षकों एवं सहयोगियों का धन्यवाद और आभार व्यक्त किया गया। विद्यालय की प्रबंधन कमेटी के सभी सदस्यों, प्रधानाचार्या किरण मेहंदीरता, अध्यापकों व कार्यालयीय स्टाफ के सभी सदस्यों का भरपूर सहयोग मिला। परिषद के अन्य सदस्यों कुलवंत राय गतिविधि संयोजक पर्यावरण, भगवान दास बंसल, पुष्पा सिंगला एवं राज सिंगला की भी उपस्थिति रही।