खरड़ : मोहाली जिले के अधीन आते 35 गांवों को सरकार द्वारा रूपनगर जिले से जोड़ने की तैयारी की जा रही है, जिसका लगातार विरोध हो रहा है। लोगों को डर है कि रूपनगर जिले में शामिल होने के बाद इन गांवों में जमीनों के रेट गिर जाएंगे। लोगों ने बताया कि यह गांव खरड़ और मोहाली के बिलकुल पास हैं जबकि रूपनगर शहर इन गांवों से करीब 50 km दूर है।
उन्होंने कहा कि मोहाली जिले के गांवों के रूपनगर जिले में जोड़े जाने के बाद यहां के गांवों के जमीन के रेट गिर जाएंगे और जो प्रॉपर्टी का कारोबार चल रहा है, वह भी निचले लेवल पर आ जाएगा। इलाके के लोगों को काम के लिए कुछ किलोमीटर जाने के बजाय कई किलोमीटर का सफर तय करना पड़ेगा। जो काम कुछ घंटों में हो सकता है, उसके लिए पूरी दिहाड़ी खराब हो जाएगी। उन्होंने कहा कि अगर यह फैसला वापस नहीं लिया गया, तो वे कड़ा संघर्ष करने को मजबूर होंगे।
जानें क्यों किया जा रहा है ऐसा
दरअसल पंजाब सरकार श्री आनंदपुर साहिब को जिला बनाने की तैयारी कर रही है। इसके तहत रूपनगर जिले के कई दर्जन गांवों को श्री आनंदपुर साहिब जिले में शामिल किया जा रहा है और रूपनगर जिले को बनाए रखने के लिए खरड़ तहसील के कुछ गांवों को रूपनगर जिले में मिलाने की बात चल रही है। इसके विरोध में कल खरड़ में ट्रैफिक जाम भी किया गया था। बताया जा रहा है कि घड़ुआं कानूनगोई के 35 गांवों के रूपनगर जिले में शामिल होने की संभावना है। लोगों का कहना है कि प्रशासन ने संबंधित गांवों के लोगों से न तो कोई बातचीत की और न ही उनकी राय ली, जो इन लोगों के साथ सरेआम धक्का है।