दिल्ली और एनसीआर के लोगों को एक बार फिर से भारी बारिश का सामना करना पड़ सकता है। मौसम विभाग ने दिल्ली, गुरुग्राम, फरीदाबाद समेत आसपास के इलाकों में भारी बारिश की चेतावनी दी है। इस बार स्थिति और गंभीर हो सकती है क्योंकि पहले से ही यमुना नदी का जलस्तर खतरे के निशान को पार कर चुका है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने गुरुवार को शाम 6 बजे तक ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। अलर्ट के मुताबिक, अगले कुछ घंटों में गरज के साथ तेज बारिश हो सकती है। इससे दिल्ली-एनसीआर के कई इलाकों में जलभराव, ट्रैफिक जाम और जनजीवन प्रभावित होने की पूरी संभावना है।
अगले 3 घंटे बेहद संवेदनशील, NDMA ने भी दी चेतावनी
राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (NDMA) ने विशेष रूप से अगले 3 घंटों को संवेदनशील बताया है। इस दौरान गुरुग्राम, फरीदाबाद, झज्जर, करनाल, पानीपत और सोनीपत के कुछ हिस्सों में भारी बारिश होने की संभावना जताई गई है। इन क्षेत्रों में लोग सतर्क रहें और घर से बाहर निकलने से पहले मौसम की जानकारी जरूर लें। मौसम विभाग ने स्पष्ट किया है कि दक्षिण पश्चिम दिल्ली, दक्षिण पूर्वी दिल्ली, दक्षिणी दिल्ली और नई दिल्ली के हिस्सों में बारिश के साथ तेज हवाएं भी चल सकती हैं। इन इलाकों में रहने वाले लोगों को सलाह दी गई है कि वे सुरक्षित स्थानों पर रहें और अनावश्यक यात्रा से बचें।
पांचवीं बार यमुना ने पार किया खतरे का निशान
बारिश के चलते यमुना नदी एक बार फिर से अपने उफान पर है। लगातार हो रही बारिश के कारण यमुना का जलस्तर 207 मीटर के खतरे के निशान को पार कर गया है। यह 1963 के बाद पांचवीं बार है जब नदी ने इतना जलस्तर पार किया है। यमुना के किनारे बसे इलाकों में जलभराव और बाढ़ जैसी स्थिति बन सकती है। प्रशासन द्वारा तटवर्ती इलाकों में रहने वाले लोगों को सतर्क रहने और सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट होने की सलाह दी गई है।
सड़कों पर जलजमाव और ट्रैफिक की आशंका
भारी बारिश की वजह से दिल्ली-NCR की सड़कों पर जलभराव हो सकता है जिससे ट्रैफिक जाम और दुर्घटनाओं की स्थिति बन सकती है। खासकर ऑफिस टाइम में लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। गुरुग्राम और फरीदाबाद जैसे शहरों में पहले भी हल्की बारिश के बाद जलजमाव की स्थिति देखी जा चुकी है।
स्कूल-कॉलेजों के लिए एडवाइजरी संभव
अगर बारिश का सिलसिला यूं ही जारी रहा तो स्कूल और कॉलेजों के लिए एडवाइजरी जारी की जा सकती है। इससे पहले भी दिल्ली सरकार ने भारी बारिश के चलते स्कूल बंद करने के आदेश दिए थे। अभिभावकों को सलाह है कि वे मौसम की जानकारी के अनुसार बच्चों को भेजें।
प्रशासन द्वारा दावा किया गया है कि स्थिति से निपटने के लिए NDRF की टीमें अलर्ट मोड पर हैं। तटवर्ती इलाकों में निगरानी बढ़ा दी गई है। लोगों से अपील की गई है कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें और केवल सरकारी सूचनाओं पर ही भरोसा करें।