नेपाल के बारा जिले के सेमरा क्षेत्र में स्थिति एक बार फिर बिगड़ गई है। भारत की सीमा से सटे इस क्षेत्र में 19-20 नवंबर 2025 को कर्फ्यू लगाया गया। कुछ दिन पहले ही पुलिस फायरिंग में 21 युवाओं की मौत हुई थी। अब लगभग 70 दिन बाद हिंसा फिर शुरू हो गई है।
हिंसा का कारण
कर्फ्यू का मुख्य कारण Gen Z युवाओं और CPN-UML (Communist Party of Nepal Unified Marxist–Leninist) के कैडरों के बीच हुई झड़प है। UML के महासचिव शंकर पोखरेल और युवा नेता महेश बस्नेत सेमरा में एंटी-गवर्नमेंट रैली को संबोधित करने एयरपोर्ट पहुंचे। उनकी जानकारी मिलते ही सैकड़ों Gen Z युवा एयरपोर्ट पर जमा हो गए और UML के खिलाफ नारे लगाने लगे।
भिड़ंत और कर्फ्यू
जैसे ही दोनों पक्ष आमने-सामने आए, पथराव और मारपीट हुई। माहौल बिगड़ते ही प्रशासन ने कर्फ्यू लागू कर दिया। बारा जिला के जिलाधिकारी धर्मेंद्र कुमार मिश्र ने बताया कि कर्फ्यू दिन 1 बजे से रात 8 बजे तक रहेगा।
हिंसा के प्रभाव
कई जगह आगजनी और झड़पें हुईं।
पुलिस ने सड़क पर गश्त बढ़ा दी।
बुद्ध एयर की सभी घरेलू उड़ानें रद्द कर दी गईं।
UML नेता वापस काठमांडू लौट गए।
Gen Z नेताओं का बयान
Gen Z नेता पुरुषोत्तम यादव ने कहा कि यह हिंसा केवल लोगों पर हमला नहीं है, बल्कि लोकतांत्रिक मूल्यों और नागरिक अधिकारों पर हमला है। उन्होंने कहा कि युवाओं की आवाज को दबाने की कोशिश लोकतंत्र का अपमान है। उन्होंने CPN-UML नेताओं की आलोचना करते हुए कहा कि हिंसा और अपमानजनक टिप्पणियों के बीच संबंध केवल संयोग नहीं है।
सरकारी प्रतिक्रिया
नेपाल गृह मंत्रालय ने कहा कि हालात धीरे-धीरे सामान्य हो रहे हैं। स्थानीय प्रशासन ने स्थिति नियंत्रित करने के लिए सभी जरूरी कदम उठाए हैं। प्रवक्ता रवींद्र आचार्य ने कहा कि सरकार देश में लॉ एंड ऑर्डर बनाए रखने और चुनाव तय समय पर कराने के लिए प्रतिबद्ध है। मंत्रालय ने सभी राजनीतिक दलों से शांति, सहयोग और जिम्मेदारी के साथ अपने कार्यक्रम आयोजित करने की अपील की है। सुरक्षा बनाए रखना और लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं का सम्मान करना आवश्यक है।