Saturday, December 13, 2025
BREAKING
Digital Census: 2027 तक पूरी होगी भारत की जनगणना, कैबिनेट ने दी ₹11,718 करोड़ बजट को मंजूरी ‘वंदे मातरम्' और चुनाव सुधारों पर चर्चा के दौरान सत्तापक्ष की धज्जियां उड़ा दीं: ​​​राहुल गांधी Ozempic Price India: Diabetes के मरीजों के लिए खुशखबरी! ₹2200/सप्ताह में मिलेगा दुनिया का 'सबसे बिकने वाला' इंजेक्शन IndiGo Crisis : फ्लाइट संकट के बाद DGCA की सख्त नजर, इंडिगो CEO दो दिन लगातार तलब Delhi New District: दिल्ली का नया नक्शा तैयार: 11 की जगह अब 13 जिले, रेखा गुप्ता की सरकार ने दी मंजूरी विनेश फोगाट का U-turn...वापस लिया रिटायरमेंट का फैसला, फिर अखाड़े में उतरेंगी स्टार पहलवान लोकसभा में राहुल गांधी ने उठाया प्रदूषण का मुद्दा, कहा- हम क्या करने वाले हैं इस पर बात हो Marital Rape पर शशि थरूर का बड़ा बयान- 'पति को सजा क्यों नहीं? यह न्याय का मज़ाक है!' Dharmendra Prayer Meet: आंखों में सूनापन और आंसू लिए अपने धर्मेंद्र की तस्वीर को निहारती दिखीं हेमा मालिनी, देखें भावुक करने वाली तस्वीरें Delhi School Fees: दिल्ली के प्राइवेट स्कूलों पर लगाम—लागू हुआ नया फीस रेगुलेशन कानून

धर्म

आषाढ़ मास के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि है खास, नगर भ्रमण पर निकलते हैं भगवान जगन्नाथ

26 जून, 2025 01:27 PM

आषाढ़ मास की द्वितीया तिथि पर भगवान जगन्नाथ भाई बलभद्र और सुभद्रा के साथ भ्रमण पर निकलते हैं। शुक्रवार, 27 जून, 2025 को जगन्नाथ रथयात्रा का त्योहार मनाया जाएगा। दृक पंचांग के अनुसार, 27 जून को आषाढ़ मास के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि है। सूर्योदय सुबह 5:09 और सूर्यास्त शाम 6:52 बजे होगा। विशेष समय जग के नाथ जगन्नाथ अपने भाई और बहन संग भ्रमण पर निकलेंगे।

भारत के ओडिशा राज्य का पुरी नगर हर वर्ष एक अनूठे और विशाल धार्मिक उत्सव का साक्षी बनता है, जिसे ‘जगन्नाथ रथ यात्रा’ के नाम से जाना जाता है। यह पर्व हिन्दू धर्म की समृद्ध परंपरा, भक्ति और सामाजिक समरसता का प्रतीक है।

रथ यात्रा का मुख्य उद्देश्य भगवान जगन्नाथ का अपने भक्तों के बीच वार्षिक भ्रमण है। इस दिन भगवान अपने भाई-बहन के साथ विशाल रथों पर सवार हो नगर भ्रमण पर निकलते हैं। यात्रा का गंतव्य गुंडिचा मंदिर होता है, जिसे राजा इन्द्रद्युम्न की पत्नी रानी गुंडिचा ने बनवाया था। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, भगवान कुछ दिनों तक इसी मंदिर में निवास करते हैं। इस दौरान भक्तगण उन्हें न केवल रथों को खींचकर सम्मान देते हैं, बल्कि सजीव भक्ति का दर्शन भी कराते हैं।

रथ यात्रा से एक दिन पहले गुंडिचा मंदिर की विशेष सफाई और सजावट की जाती है। इसे ‘गुंडिचा मार्जन’ कहा जाता है। इसमें भगवान के भक्त पूरे उत्साह के साथ भाग लेते हैं, जिससे मंदिर को भक्ति और पवित्रता का प्रतीक बनाया जाता है।

रथ यात्रा के चौथे दिन एक और महत्वपूर्ण परंपरा ‘हेरा पंचमी’ का आयोजन होता है। इस दिन देवी लक्ष्मी अपने पति भगवान जगन्नाथ की खोज में गुंडिचा मंदिर जाती हैं। यह एक विशेष सांस्कृतिक और धार्मिक दृश्य होता है, जो भगवान और देवी के रिश्ते की गहराई को दर्शाता है।

गुंडिचा मंदिर में आठ दिन व्यतीत करने के बाद भगवान जगन्नाथ, बलभद्र और सुभद्रा पुनः अपने मुख्य मंदिर लौटते हैं। इस वापसी को ‘बहुदा यात्रा’ कहा जाता है। वापसी के मार्ग में भगवान एक विशेष स्थान पर ठहरते हैं, जिसे ‘मौसी मां मंदिर’ के नाम से जाना जाता है। यह मंदिर देवी अर्धाशिनी को समर्पित है और इसका धार्मिक महत्व बहुत गहरा है।

भगवान जगन्नाथ की यह यात्रा देवशयनी एकादशी से पहले समाप्त हो जाती है, क्योंकि इसके बाद वे चातुर्मास के चार महीनों के लिए योगनिद्रा में लीन हो जाते हैं। यह समय आध्यात्मिक साधना, संयम और सेवा का माना जाता है।

पुरी की रथ यात्रा केवल एक धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि एक जीवंत सांस्कृतिक उत्सव भी है। इसमें देश-विदेश से लाखों श्रद्धालु और पर्यटक भाग लेते हैं। विदेशी श्रद्धालु इसे ‘पुरी कार फेस्टिवल’ के नाम से भी जानते हैं। यह पर्व न केवल भक्ति की शक्ति को दर्शाता है, बल्कि यह सामाजिक एकता, समर्पण और सांस्कृतिक धरोहर का अनुपम उदाहरण भी है।

पुरी की रथ यात्रा, भक्ति और भव्यता का ऐसा संगम है, जो हर वर्ष श्रद्धालुओं के मन में आस्था की नई ज्योति प्रज्वलित करता है। यह पर्व युगों से न केवल धर्म का प्रतिनिधित्व करता रहा है, बल्कि मानवता की साझा विरासत का प्रतीक भी बन चुका है।

Have something to say? Post your comment

और धर्म खबरें

350वां शहीदी समागम : Red Fort मैदान में 'आध्यात्मिक' रौनक! Harmeet Singh Kalka ने की यह अपील

350वां शहीदी समागम : Red Fort मैदान में 'आध्यात्मिक' रौनक! Harmeet Singh Kalka ने की यह अपील

'पीएम मोदी-सीएम योगी की वजह से राममय हुआ देश', ध्वजारोहण समारोह में शहनाई वादक पंडित दुर्गा प्रसाद ने जताया आभार

'पीएम मोदी-सीएम योगी की वजह से राममय हुआ देश', ध्वजारोहण समारोह में शहनाई वादक पंडित दुर्गा प्रसाद ने जताया आभार

अध्योया में आज बहुत ही खुशी का दिन: गोविंद देव गिरी

अध्योया में आज बहुत ही खुशी का दिन: गोविंद देव गिरी

माउंट एवरेस्ट से कम ऊंचाई, फिर भी आज तक कोई क्यों नहीं चढ़ पाया कैलाश पर्वत पर?

माउंट एवरेस्ट से कम ऊंचाई, फिर भी आज तक कोई क्यों नहीं चढ़ पाया कैलाश पर्वत पर?

सीएम मोहन यादव की उपस्थिति में संस्कारधानी को मिली संस्कारलक्षी प्रकल्पों की प्रेरक भेट

सीएम मोहन यादव की उपस्थिति में संस्कारधानी को मिली संस्कारलक्षी प्रकल्पों की प्रेरक भेट

भुवनेश्वर में मनाया गया बोइता बंदना उत्सव, लोगों ने नाव तैराकर याद किया इतिहास

भुवनेश्वर में मनाया गया बोइता बंदना उत्सव, लोगों ने नाव तैराकर याद किया इतिहास

दीपोत्सव 2025: अवधी और भोजपुरी भजनों से गूंजेगी अयोध्या नगरी

दीपोत्सव 2025: अवधी और भोजपुरी भजनों से गूंजेगी अयोध्या नगरी

महिला सशक्तिकरण : आदिवासी और दलित महिलाओं की कहानियां आज समाज को कर रही प्रेरित

महिला सशक्तिकरण : आदिवासी और दलित महिलाओं की कहानियां आज समाज को कर रही प्रेरित

गणेश चतुर्थी पर राष्ट्रपति मुर्मु, पीएम मोदी समेत कई नेताओं ने देशवासियों को शुभकामनाएं दीं

गणेश चतुर्थी पर राष्ट्रपति मुर्मु, पीएम मोदी समेत कई नेताओं ने देशवासियों को शुभकामनाएं दीं

Manimahesh Yatra 2025 : फिलहाल अस्थायी तौर पर रोक, ये रहा कारण…

Manimahesh Yatra 2025 : फिलहाल अस्थायी तौर पर रोक, ये रहा कारण…