संसद का मानसून सत्र 'ऑपरेशन सिंदूर' पर चल रही बहस के साथ गरमागरम बना हुआ है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने लोकसभा में इस मुद्दे पर सदन को संबोधित किया, जहां उन्होंने बैसरन घाटी में 26 लोगों की जान लेने वाले आतंकवादियों के खात्मे की पुष्टि की। यह बहस सोमवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के संबोधन से शुरू हुई थी और देर रात 1 बजे तक चली थी।
विपक्षी दल ने उठाए सवाल
बहस के दौरान, लोकसभा में उप नेता गौरव गोगोई ने सरकार पर तीखे हमले किए। उन्होंने सरकार से सवाल पूछा कि खुफिया चूक कैसे हुई और हमले को रोकने के लिए पहले से क्या इंतजाम थे। विपक्ष का आरोप है कि सरकार सुरक्षा चूक को रोकने में नाकाम रही। आज विपक्षी खेमे से लोकसभा में प्रियंका गांधी और समाजवादी पार्टी (सपा) प्रमुख अखिलेश यादव जैसे बड़े नेता भी इस मुद्दे पर अपनी बात रखेंगे। उधर, आज राज्यसभा में भी इस मुद्दे पर 16 घंटे की लंबी बहस शुरू होगी।
राजनाथ सिंह ने दी थी 'ऑपरेशन सिंदूर' की जानकारी
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने अपने संबोधन में बताया था कि भारत ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 26 पर्यटकों की जान लेने वाले आतंकवादियों का कैसे खात्मा किया। उन्होंने बताया कि भारत ने निशाना साधते हुए "ऑपरेशन सिंदूर" के तहत पाकिस्तान स्थित आतंकी ठिकानों पर स्ट्राइक की। उन्होंने इस कार्रवाई को आतंक के खिलाफ भारत की "जीरो टॉलरेंस" नीति का प्रमाण बताया।
अमित शाह ने दी कार्रवाई की विस्तृत जानकारी
गृह मंत्री अमित शाह ने सदन को बताया कि जम्मू-कश्मीर पुलिस, केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) और सेना ने मिलकर इस ऑपरेशन को सफलतापूर्वक अंजाम दिया। उन्होंने जानकारी दी कि आतंकवादियों के पास से तीन राइफलें बरामद की गईं, जिनमें एम9 अमेरिकन राइफल्स और दो एके-47 शामिल थीं। शाह ने पुष्टि की कि मारे गए आतंकवादी सुलेमान, जिब्रान और अफजल थे और उनके पास से वही राइफलें मिलीं जिनसे पहलगाम में हमला किया गया था। उन्होंने यह भी बताया कि आतंकवादियों के पास से जो कारतूस बरामद किए गए थे, उनकी पुष्टि वैज्ञानिकों से कराई गई है।