लीड्स: रत और इंग्लैंड के बीच पांच टेस्ट मैचों की सीरीज का पहला टेस्ट लीड्स में 20 जून से खेला जाएगा। लीड्स आमतौर पर किसी सीरीज के बीच में टेस्ट मैच की मेजबानी करता है, लेकिन यहां शुरुआती मैच के आयोजन ने बहुत अधिक ध्यान खींचा है। भारतीय टीम सोमवार को यहां पहुंची। इंग्लैंड ने यहां एक ट्रेनिंग सेशन आयोजित किया, जहां दिन के दौरान पिच को ढककर रखा गया था। भारत ने लीड्स में पिछले दो दशक में बहुत अधिक क्रिकेट नहीं खेला है। टीम को 2021 में यहां अपने पिछले मैच में पारी की हार का सामना करना पड़ा था। लीड्स के मैदान प्रमुख रिचर्ड रॉबिन्सन ने कहा है कि यहां असामान्य रूप से शुष्क मौसम और इंग्लैंड की आक्रामक खेल शैली ने शुक्रवार से भारत के खिलाफ शुरू होने वाले पहले टेस्ट के लिए ‘अच्छी सतह’ की उम्मीदें बढ़ा दी हैं। रॉबिन्सन ने कहा कि ‘वे (इंग्लैंड) बस एक अच्छी सतह चाहते हैं, ताकि हम गेंद की लाइन पर हिट कर सकें।
वे यही चाहते हैं।’ रॉबिन्सन को उम्मीद है कि शुरुआती दिन पिच तेज गेंदबाजों की मदद करेगी, लेकिन अपेक्षित गर्मी के कारण सपाट हो जाएगी। पिच न केवल इंग्लैंड की बैजबॉल शैली (आक्रामक खेलने की शैली) के अनुकूल होगी, बल्कि यह अनुभवहीन भारतीय बल्लेबाजी क्रम की भी परीक्षा लेगी। रोहित शर्मा और विराट कोहली के संन्यास के बाद शुभमन गिल की अगवाई वाली भारतीय टीम में केएल राहुल सबसे सीनियर खिलाड़ी होंगे, जिन्हें दक्षिण अफ्रीका, इंग्लैंड, न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया देशों में अपने साधारण रिकॉर्ड को देखते हुए काफी कुछ साबित करना होगा। बल्लेबाजी क्रम में यशस्वी जायसवाल भी शामिल हैं, जो सीनियर टीम के साथ इंग्लैंड के अपने पहले दौरे पर आए हैं। करुण नायर ने पिछली बार 2017 में टेस्ट मैच खेला था। वह टेस्ट क्रिकेट में तिहरा शतक भी जड़ चुके हैं।